बॉलीवुड की बहुत सी ऐसी फ़िल्में हैं, जिनसे बहुत कुछ सीखा जा सकता है और आज तक सीखते आ रहे हैं. पर अफ़सोस है तो सिर्फ़ बात का कि हिंदी सिनेमा आज भी अपनी रुढ़िवादी सोच से बाहर नहीं निकल पाया. चकाचौंध भरी इस लाइफ़ में पुरुषों के लिए तो हर तरह की कहानियां लिखी जाती हैं, लेकिन महिलाओं को सिर्फ़ एक ही छवि में बांध दिया जाता है.

बतौर बॉलीवुड फ़ैन मुझे ये देख कर काफ़ी निराशा होती है कि यहां अगर कोई एक्टर 80 साल का है, तब भी उसे कोई न कोई रोल करने के लिए दे दिया जाता है. पर वहीं अगर कोई एक्ट्रेस 35 साल के ऊपर की हो गई, तो उसके लिए फ़िल्मों के ऑफ़र कम कर दिये जाते हैं. क्या करें बॉलीवुड का उसूल ही कुछ ऐसा है.

हमारी फ़िल्म इंड्रस्टी में बहुत सी एक्ट्रेसेस ऐसी हैं, जिनकी उम्र उनकी कला को बाहर आने से नहीं रोक पाई. शबाना आजमी और विद्या बालन समेत कई एक्ट्रेसेस हैं, जिन्हें अपने दमदार रोल के लिए लोगों की आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा.

Film Companion’s TapeCast शो के दौरान शबाना और विद्या ने दर्शकों के सामने कई ऐसी बातों का ख़ुलासा किया, जो शायद ही अब तक कोई जानता है. अकसर टीवी पर दिखने वाली चीज़ें हमें बहुत आसान लगती हैं, लेकिन ऐसा नहीं होता. एक्टर्स भी आम इंसान होते हैं, उनके अंदर भी कई चीज़ों को लेकर भय होता है. इसके साथ ही कभी-कभी वो भी ग़लतफ़हमी का शिकार हो जाते हैं.

विद्या बालन और शबाना आजामी दोनों ही बेहद कमाल की एक्ट्रेसेस हैं, आज ये जिस भी मुकाम पर हैं वहां तक पहुंचना आसान काम नहीं था. दोनों की बातचीत का अंश आप वीडियो में देख सकते हैं.

Video Source : Film Companion