Sharmila Tagore: 70-80 के दशक में शर्मिला टैगोर ने अपनी शानदार फ़िल्मों और तीखे नैन-नक्श से दर्शकों के दिलों में एक ऐसी जगह बनाई है, जो आज तक बरकरार है. करियर में 12 साल का गैप लेने के बाद शर्मिला एक बार फिर अपने फ़ैंस के लिए OTT से वापसी कर रही हैं. शर्मिला ही नहीं, उनके दौर की कई एक्ट्रेस हैं, जो अब करियर में कुछ अलग करने के लिए वापस आ रही हैं. जैसे, हाल ही में वेटरन एक्ट्रेस मुमतााज़ को कई सालों के बाद Sony के शो Indian Idol में गेस्ट के तौर पर देखा गया था, ऐसे ही शर्मिला टैगोर भी फ़िल्म ‘गुलमोहर’ (Sharmila Tagore Gulmohar) से वापसी करने वाली हैं. फ़िल्म 3 मार्च को Disney Plus Hotstar पर आ रही है. शर्मिला इससे पहले 2010 में फ़िल्म ‘ब्रेक के बाद’ में नज़र आई थीं.

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आज कल फ़िल्म के रिलीज़ से पहले प्रोमोशन करना पड़ता है, तो शर्मिला टौगोर भी अपनी फ़िल्म के प्रोमोशन कर रही हैं. इसी दौरान उन्होंने मीडिया को दिए इंटरव्यू में अपने पुराने दिनों को याद करके कुछ आपबीती शेयर कीं और अपने ‘गुलमोहर’ में ‘कुसुम’ के बारे में काफ़ी विस्तार से बताया.

Sharmila Tagore
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शर्मिला टैगोर ने बताया कि,

मैंने अपने करियर में कई बार फ़िल्में इसलिए साइन की हैं क्योंकि मुझे अपने घर का किराया देना होता था. कई बार ऐसा भी हुआ, कि मेरे दोस्तों को लगा कि मुझे इस फ़िल्म में होना चाहिए तो मैंने एक्टिंग की. ये बात सच है कि हमें फ़िल्मी दुनिया में कई बार फ़ेवर्स करने पड़ते हैं. मेरे फ़िल्मे करने के पीछे रेंट के अलावा भी कई वजह रहीं, जैसे कभी रिक्वायरमेंट थी तो कभी मुझे स्क्रिप्ट पसंद आई.

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शर्मिलाा टैगोर ने अपने गुलमोहर (Sharmila Tagore Gulmohar) के किरदार के बारे में बताया कि,

मैंने अपने करियर में कई फ़िल्में की हैं क्योंकि मुझे स्क्रिप्ट पसंद आई है. आज मैं उम्र और करियर के जिस पड़ाव पर हूं ‘कुसुम’ का किरदार मेरे लिए बहुत अहम है. ‘कुसुम’ का किरदार बताता है कि एक मां और एक बहू को कैसा होना चाहिए.

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इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा,

असल ज़िंदगी की तरह ही ‘गुलमोहर’ में मेरे किरदार के कई रूप हैं. हमारी पीढ़ी या बुज़ुर्ग अक्सर युवा पीढ़ी को सुविधाएं देने के चक्कर में अपनी इच्छाओं और सुविधाओं को नज़रअंदाज कर देते हैं. ये स्वाभाविक है, ख़ासकर एक महिला के साथ, लेकिन यह समझना ज़रूरी है कि अगर आप अपनी इच्छाओं को प्राथमिकता देते हैं या अपने बारे में सोचते हैं तो ये ग़लत नहीं है.

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शर्मिला टैगोर ने The Indian Express को बताया कि,

मैंने गुलमोहर तीन बार देखी है और मैं तीसरी बार भी ख़ूब रोई.

आपको बता दें, इस फ़ैमिली ड्रामा फ़िल्म में ‘मनोज बाजपेयी’ (Manoj Bajpayee Gulmohar) ने शर्मिला टैगोर के बेटे का किरदार निभाया है. इसमें ‘अमोल पालेकर’ और ‘सिमरन बग्गा’ जैसे कई कलाकार अहम किरदारों में हैं. ‘गुलमोहर’ बत्रा परिवार की कहानी है, जिसमें परिवार के बीच प्यार के साथ-साथ ड्रामा भी देखने को मिलेगा. शर्मिला ने अपने करियर में ‘दाग’, ‘मौसम’, ‘चुपके- चुपके’ और ‘बेशरम’ जैसी कई हिट फ़िल्में की हैं.