90 के दशक की शुरुआत में केबल टीवी की शुरुआत हुई थी लेकिन तब गिनती के लोग ही इसे अफ़ोर्ड कर पाते थे. ऐसे में देश के बाकी के लोग नेशनल चैनल, डीडी मेट्रो पर आने वाले पॉप सॉन्ग्स के शो का इंतज़ार करते थे. 90’s के बच्चे इन्हीं गानों को गुनगुनाते और इनसे जुड़ी स्कूल कॉलेज की यादों को संजोए हुए बड़े हुए हैं.

इसलिए हम आपके लिए 90’s और 2000 के शुरुआती दिनों के फ़ेमस बॉलीवुड सिंगर्स के पॉप सॉन्ग लेकर आए हैं. इन्हें सुन कर मन का पंछी उड़ने लगेगा और उसी ज़माने में लौटने के लिए कहेगा.

कॉलेज में किसी लड़की को जाते हुए देखकर ये गुनगुनाना.

पहले प्यार की आंखों में आंखें डालकर ये गाने की ख़्वाहिश.

फे़यरवेल पर ये गाना कोई नहीं भूलता था.

सा रे गा मा पा धा नी सा…

पहले प्यार को देख कर हर किसी के दिल में यही बजने लगता था.

एक ही सांस में इसे गाने की कोशिश करते थे.

टीनएज गर्ल की दिली ख़्वाहिश.

गर्लफ्रे़ंड की याद में यही गाना गाते थे.

कॉलेज के दिनों को याद कर ये गीत गाना.

चांद की तारीफ़ में लिखा गया एक गीत.

दीवाना तेरा.

सपनों का साजन.

बरसात के दिनों में अपने प्यार को याद करते हुए इस गाने को गुनगुनाना.

इसलिए लड़कियां तब भी मिलिंद सोमन पर मरती थीं और आज भी.

छुप-छुप के प्यार करने वालों के लिए बना एक गाना.

किसी दिलजले की तमन्ना.

गुड़ नाल इश्क मीठा.

छोटा सा संसार बसाने की आंस

उसके आगे कुछ नहीं नज़र आता था.

पहली बार मोहब्बत करने वालों के लिए..

तब प्रेमी हवाओं से भी बातें किया करते थे.

किसी की सूरत पर फ़िदा आशिक.

प्यार में धोखा मिलने पर.

चुपके-चुपके अपने प्यार को फॉलो करते रहना

जब अचानक से वो सामने आ जाए.

आहिस्ता-आहिस्ता उसे अपनी दिल की बात कहना.

ये वाला तो हर सिंगल लड़के की पहली पसंद होता था.

सुनकर मिला न दिल को सुकून? आज रात नींद भी बहुत अच्छी आएगी!

Source: 90’skid