बॉलीवुड के बेहद अज़ीज़ और देशवासियों के ‘भाई’ सोनू सूद… पैंडमिक में मज़दूरों को घर भेजना हो या नौकरी खो चुके इंजीनियर को नौकरी दिलवाना है., नेक़ी का दूसरा नाम बन गये हैं सोनू सूद.
बीते 30 जुलाई को सोनू सूद ने अपना जन्मदिन बनाया, सोशल मीडिया पर असंख्य बधाइयां इस बात का सुबूत है कि उन्होंने करोड़ों दिल जीत लिए हैं.
ग़ौरतलब है कि एक वक़्त ऐसा भी था जब सोनू को जन्मदिन की बधाई देने वाला कोई नहीं था. Times of India को दिए एक इंटरव्यू में सोनू ने कुछ पुरानी बातें शेयर की.
सोनू सूद ने इंटरव्यू में बताया कि वो अपना जन्मदिन नहीं मनाते, उनके दोस्त या परिवार वाले ही उनका जन्मदिन मनाते हैं. इस साल कई राज्यों में उनका जन्मदिन मनाया गया और उन्होंने सभी राज्यों को 15-15 मिनट का समय दिया.
मुझे याद है कि जब मैं पहली बार मुंबई में आया था (मैं 25-26 जुलाई 1997 या 1998) मैंने बीच रात में लोखंडवाला के एक ब्रिज के ऊपर बैठकर अपना जन्मदिन मनाया था. 30 जुलाई को मैं इस शहर में एक भी शख़्स को नहीं जानता था और मुझे कोई बधाई देने वाला नहीं था. मैं रात में ब्रिज पर अकेले बैठा था.
-सोनू सूद
सोनू सूद ने बताया कि शहर में न तो कोई उनकी जान-पहचान का था और न ही कोई उनका दोस्त था.
12 बजे मम्मी-पापा और मेरी बहन में फ़ोन किया और विश किया. उन्होंने मुबई के दोस्तों के बारे में पूछा, मैंने बताया कि मेरा कोई दोस्त नहीं है. मुझे बहुत अकेला महसूस हो रहा था और मेरी आंखें भर आईं कि इतने बड़े शहर में, इतने लोगों के बावजूद कोई मुझे जन्मदिन पर विश करने वाला नहीं है.
-सोनू सूद
सोनू ने बताया कि उस दिन उन्होंने ज़िन्दगी का बहुत बड़ा सबक सीखा और तय किया कि वो इतनी मेहनत करेंगे कि एक दिन पूरी दुनिया उन्हें बधाई दे.
22 साल के बाद वो दिन आया भी, सोनू सूद के 47वां जन्मदिन पर सोशल मीडिया बधाइयों से भरा हुआ था.
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