कोरोना काल में एक्टर सोनू सूद लोगों के मसीहा बनकर सामने आए. उन्होंने लॉकडाउन में हज़ारों प्रवासी मज़दूरों को घर पहुंचने में मदद की. उनके खाने-पीने, रहने का इंतज़ाम किया. बहुत से ज़रूरतमंदों का इलाज कराया. सोशल मीडिया पर जिसने भी उनसे मदद की गुहार लगाई, सोनू ने आगे बढ़कर उनका हाथ थामा. 

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हालांकि, ये शायद ही किसी ने सोचा था कि जब सोनू ज़रूरतमंदों को इतना कुछ दे रहे थे, तब अपनी बहुत सी क़ीमती चीज़ें खो भी रहे थे. एक रिपोर्ट में ख़ुलासा हुआ है कि लोगों की मदद के लिए सोनू सूद ने अपनी 8 प्रॉपर्टीज़ को 10 करोड़ रुपये में गिरवी रखी है. इन प्रॉपर्टीज के मालिक सोनू और उनकी पत्नी सोनाली हैं.

Moneycontrol की रिपोर्ट के मुताबिक, सोनू ने अपनी ग्राउंड फ़्लोर की दो दुकानों समेत शिव सागर कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसायटी में स्थित अपने छह फ़्लैटों को गिरवी रखा है. ये बिल्डिंग इस्कॉन मंदिर के पास एबी नायर रोड पर स्थित है.

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बताया गया कि ये लोन स्टैंडर्ड चार्टड बैंक ने दिया है. Zapkey.com द्वारा एक्सेस किए गए दस्तावेज़ के अनुसार, समझौते पर 15 सितंबर को हस्ताक्षर किए गए थे और 24 नवंबर को पंजीकृत किया गया था. 

दस्तावेज़ों के अनुसार, सोनू ने 10 करोड़ रुपये के लोन पर 5 लाख रुपये के पंजीकरण शुल्क का भुगतान किया है. हालांकि, इस ख़बर पर अब तक सोनू सूद की तरफ़ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

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बता दें, रियल एस्टेट विशेषज्ञ बताते हैं कि प्रॉपर्टी पर इस तरह का लिया गया लोन सालाना 12-15 प्रतिशत का ब्याज मिलता है, जो हाउसिंग लोन की तुलना में अधिक है. एक्टर को लोन के साथ ब्याज का भी भुगतान करना होगा. इस तरह के लोन आमतौर पर 10-15 साल के लंबे समय के लिए होते हैं.