बॉलीवुड के दबंग विलेन सोनू सूद कोरोना काल में ग़रीबों के लिए मसीहा बनकर सामने आये हैं. संकट के समय में हज़ारों प्रवासी मज़दूरों को बस, ट्रेन और फ़्लाइट से घर पहुंचाने के बाद सोनू की दरियादिली एक बार फिर से देखने को मिली है. 

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ख़बर है कि सोनू सूद एक बार फिर से मदद के लिए आगे आए हैं. इस बार उन्होंने किर्गिस्तान में फंसे बिहार-झारखंड के क़रीब 3000 स्टूडेंट्स को भारत वापस लाने का फ़ैसला किया है. ये सभी छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने किर्गिस्तान गए हुए थे.  

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बताया जा रहा है कि मेडिकल के ये सभी छात्र ‘कोविड-19’ के चलते वहीं फंसे रह गए थे. इन छात्रों के परिजनों की गुहार के बाद सोनू सूद ने इन्हें मदद का आश्वासन दिया था. सोनू ने इन छात्रों को एयरलिफ़्ट के ज़रिए किर्गिस्तान से वापस लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.  

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इस दौरान सोनू सूद ने एक ट्वीट करते हुए लिखा कि, छात्र अगर रेस्क्यू से संबंधित कोई जानकारी पाना चाहते हैं तो उन्हें मेल कर सकते हैं. इसके लिए किसी भी तरह का कोई चार्ज या पैसा नहीं लिया जा रहा है.  

लॉकडाउन के दौरान हज़ारों प्रवासी मज़दूरों की मदद कर सुर्ख़ियों में आए सोनू अब अपने इन अनुभवों को किताब की शक्ल देने जा रहे हैं. सोनू सूद हाल ही में ऐलान किया था कि वो अपने संघर्ष की इस कहानी को लेकर एक किताब प्रकाशित करने जा रहे हैं. अपनी किताब में सोनू लोगों की मदद करने के दौरान आई चुनौतियों और कठिन परिस्थितियों के बारे में विस्तार से लिखेंगें.  

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बता दें कि सोनू सूद पिछले 3 महीने से लगातार लोगों की मदद कर रहे हैं. लॉकडाउन में उन्होंने हज़ारों मज़दूरों को बस, ट्रेन और फ़्लाइट के ज़रिए न सिर्फ़ उनके घर तक पहुंचाया था, बल्कि रास्ते में उनके खाने-पीने का पूरा इंतजाम भी किया था.