कंगना रनौत के साथ आजकल जो भी हो रहा है, वो उसके चलते बॉलीवुड की कॉन्ट्रोवर्सी क्वीन बन चुकी हैं. रोज़ नए विवाद को लेकर वो चर्चा में रहती हैं. सुशांत केस, ड्रग्स, बीएमसी और शिवसेना विवाद के बाद अब एक और विवाद कंगना के साथ जुड़ गया. हालांकि ये विवाद उनकी फ़िल्म ‘मणिकर्णिका’ से जुड़ा है. इसका खुलासा अभिनेता सोनू सूद ने किया है.
दरअसल, सोनू सूद फ़िल्म ‘मणिकर्णिका’ का हिस्सा थे. इसकी शूटिंग भी सोनू ने शुरू कर दी थी, लेकिन सोनू ने बीच में ही फ़िल्म छोड़ दी. अब सोनू से फ़िल्म छोड़ने की वजह पर खुलकर बात की है. सोनू ने बताया कि कंगना ने फ़िल्म से उनके 80 प्रतिशत सीन काट दिए थे.
इतना ही नहीं, सोनू से पहले तो इस फ़िल्म के डायरेक्टर कृष ने भी फ़िल्म को छोड़ दिया था. इसके बाद कंगना ने ख़ुद ‘मणिकर्णिका’ को डायरेक्ट करने का फ़ैसला किया.
Hindustan Times के अनुसार,
मैं कंगना को हर्ट नहीं करना चाहता, वो काफ़ी समय से मेरी अच्छी दोस्त है. मैं अगर इस फ़िल्म की बात करूं तो मैंने इसका काफ़ी हिस्सा शूट कर लिया था. फिर मैंने डायरेक्टर से पूछा, कि क्या हमें फिर शूटिंग करनी पड़ेगी तो उन्होंने कहा कि अब वो इस फ़िल्म का हिस्सा नहीं हैं. ऐसा उन्हें मेल मिला है.
सोनू ने इस फ़िल्म के बारे में बरखा दत्त की Mojo Story के लिए दिए इंटरव्यू में कहा,
जब इस बारे में कंगना से बात की तो उन्होंने कहा कि वो अब इस फ़िल्म को डायरेक्ट करेंगी और इसमें मैं उसे सपोर्ट करूं. मैंने कहा, मैं तुम्हें सपोर्ट करूंगा लेकिन हमें फिल्म के डायरेक्टर को वापस लाना होगा क्योंकि इस फ़िल्म पर उन्होंने बहुत मेहनत की है लेकिन कंगना ने मेरी बात नहीं मानी.
सोनू ने आगे बताया,
जब मैंने फ़िल्म के सीन्स देखे तो पता चला कि जिन सीन्स को मैंने नैरेट किया था, वो फ़िल्म में हैं ही नहीं. मेरे 80 प्रतिशत सीन्स कट चुके हैं. मैंने फिर कंगना से बात की तो उसने कहा कि वो इसे अलग तरह से शूट करना चाहती हैं. मैंने कहा कि मैं उसमें कंफ़र्टेबल नहीं हूं क्योंकि मैंने पहली वाली कहानी और डायरेक्टर के लिए हां कहा था. मैं इस प्रोजेक्ट में काम नहीं करना चाहता. मैंने इस फ़िल्म को अपने 4 महीने दिए थे, उस वक़्त मुझे काफ़ी दुख हुआ था, लेकिन मैं कुछ नहीं कह पाया.
कंगना ने एक बयान दिया था, कि सोनू महिला निर्देशक के साथ काम करना नहीं चाहते थे, इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, सोनू ने कहा,
ये मेरा बयान नहीं था. मैंने कभी नहीं कहा कि मैं एक महिला निर्देशक के साथ काम नहीं करना चाहता क्योंकि मैंने पहले ही एक महिला निर्देशक फ़राह ख़ान, के साथ ‘हैप्पी न्यू ईयर’ की थी. मैंने केवल ये कहा कि मैं एक सेट पर दो निर्देशकों के साथ काम नहीं कर सकता. इसलिए मैं हमेशा उस स्टैंडर्ड को बनाए रखूंगा और मैंने इतने सालों में 80-90 फ़िल्में की हैं, मैंने एक समय में एक निर्देशक के साथ काम किया है.