Lyricist Lalji Pandey Anjaan’s Story:– कुछ गीतकारों को हम नाम और चेहरे से पहचान लेते हैं. मगर बॉलीवुड के सभी गीतकारों की किस्मत ऐसी नहीं होती है. उनके गाने तो फ़ेमस हो जाते हैं लेकिन लोगों उनको नाम या चेहरे से नहीं जानते हैं. वहीं अगर हम हिंदी सिनेमा के फ़ेमस चुनिंदा एक्टर्स के नाम लेते हैं. तो उनके फ़ेमस होने का अधिकांश क्रेडिट ऑफ़ कैमरा (पर्दे के पीछे) काम कर रहे लोगों को जाता है. जिन्हें हम कभी जान भी नहीं पाते हैं. उन्हीं में से एक नाम लालजी पांडेय का भी है जिन्हें लोग “अंजान” के नाम से भी जानते हैं. चलिए इसी क्रम में आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से बताएंगे कैसे लाल जी पांडेय ने बॉलीवुड दिग्गज अमिताभ बच्चन सहित अन्य एक्टर्स को पहचान दिलाया था.

चलिए नज़र डालते हैं लालजी पांडे की ख़ूबसूरत कहानी के ऊपर (Story Of A Famous Lyricist Lalji Pandey Aka Anjaan)-

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लालजी पांडेय का जन्म 1930 में हुआ था.

फ़ेमस लेख़क और गीतकार लालजी पांडेय का जन्म वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में हुआ था. हर एक लेख़क और गीतकार का असल नाम से हटकर एक और नाम होता है. जिसे कई लोग Pen name के नाम से भी जानते हैं. लालजी पांडेय का Pen Name “अनजान” था. हिंदी सिनेमा के लिए अनजान ने आज तक 300 फ़ल्मों में 1500 से भी ज़्यादा गाने लिख चुके हैं. वाराणसी की गलियों में अपना सारा बचपन गुज़ारने वाले अनजान के बोलने का स्टाइल हर किसी को ख़ूब पसंद आता था.

अनजान कवि सम्मलेन की जान हुआ करते थे.

कुछ गीतकारों के बोलने का लहज़ा और कविताएं पेश करने का स्टाइल काफ़ी ख़ास होता है. अनजान भी उस सूची में शामिल थे. बनारस में ऐसा कोई मुशायरा या कवि सम्मलेन नहीं होता था. जहां उनकी मौजूदगी नहीं होती थी. वहीं अगर स्टाइल की बात करें, तो अनजान हमेशा अपनी ठेठ भाषा का प्रयोग करते थे. उर्दू शब्दों का इस्तेमाल स्वाद अनुसार हुआ करता था. तभी शायद वो औरों से थोड़े अलग थे.

हिंदी सिनेमा में अपने ठेठ भोजपुरी अंदाज़ से सबका दिल जीत लिया.

अच्छा टैलेंट ज़्यादा दिनों तक छुप नहीं पाता है. इसी के साथ अनजान ने हिंदी सिनेमा में अपने क़दम रखे. जहां शुरुआती दिनों में तो उन्हें काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. लेकिन समय गुज़रने के साथ-साथ उनका सफ़र दिलचस्प होता गया.

अमिताभ सहित कई बड़े दिग्गजों को पहचान दिलाई

कुछ बॉलीवुड फ़िल्मों का तोड़ आजतक नहीं निकल पाया है. चाहे अब वो फ़िल्म ‘डॉन’ हो या फिर ‘शोले’. वहीं अगर हम फ़िल्म ‘डॉन’ की बात करें, तो उसके गाने भूल नहीं सकते हैं. क्या आपको वो फ़ेमस गाना ‘खाईके पान बनारस वाला’ गाना याद है? जहां अमिताभ के ब्लॉकबस्टर डांस ने सबका दिल जीत लिया था. उस गाने के बोल भी अनजान ने लिखे थे. अपने भोजपुरी स्टाइल को बरक़रार रखते हुए, उन्होंने ‘इ है बम्बई नगरिया तू देख बबुआ’ जैसे कई गाने लिखे थे.
इस हिट के बाद अनजान ने अमिताभ की बहुत सी फ़िल्मों के लिए गाने भी लिखे थे.

साथ ही उन्होंने अनिल कपूर के साथ-साथ मिथुन चक्रवर्ती के गाने “डिस्को डांसर” के बोल भी लिखे थे. जिसके बाद उन्हें ज़बरदस्त सफ़लता मली. जो चीज़ हमेशा उनके साथ थी, वो उनका भोजपुरी अंदाज़ था. उन्होंने भोजपुरी सिनेमा के लिए भी बहुत लोकप्रिय गीत लिखे थे. 3 सितम्बर 1997 की उनकी मृत्यु हो गई. लेकिन उनके गीत आज भी हमारे बीच शामिल हैं.