पंचायत (Panchayat) Web Series देखी है, अगर नहीं भी देखी हो तो ये ऐतिहासिक सीन (Secne) और इससे निकला वायरल मीम (Viral Meme)तो देखा ही होगा. नहीं? ये लीजिये रिविज़न (Revision) कर लीजिए-
हां तो ये दूल्हा और इसका ऐस@# (A@#!ole) बोलने पर रोना शायद ही कोई भूल पाये. छोटा सा रोल लेकिन इतना प्रभावशाली की ये चेहरा और चक्कावाला कुर्सी दोनों ही दिमाग़ में बैठ गये. ये अभिनेता हैं, आसिफ़ ख़ान.
आसिफ़ ख़ान ने मिर्ज़ापुर में मक़बूल के भांजे, बाबर का किरदार निभाया था.
पाताल लोक के कबीर एम याद हैं?
कौन हैं परचून और गणेश का किरदार निभाने वाले आसिफ़?
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के निम्बाहेडा गांव के आसिफ़ ख़ान का जीवन संघर्षों से भरा है. उनके पिता JK Cement में काम करते थे, आसिफ़ से भी लोगों को यही उम्मीद थी कि वो पढ़ाई पूरी करके सीमेंट फ़ैक्ट्री में काम करेंगे लेकिन वो भेड़ चाल चलने वालों में से नहीं थे. आसिफ़ को पढ़ाई में भी बहुत रूचि नहीं थी और उन्हें ठीक-ठाक नंबर मिल जाते थे.
राजू श्रीवास्तव से हुए प्रभावित
2000 के मध्य में उन्होंने The Great Indian Laughter Challenge देखना शुरू किया और राजू श्रीवास्तव से काफ़ी प्रभावित हुए. आसिफ़ ने भी लोकल स्टैंड-अप कॉमेडी (Stand-Up Comedy) प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना शुरू किया.
पिता के देहांत के बाद परिवार को संभाला
2008 में आसिफ़ के पिता का देहांत हो गया. आसिफ़ ने इवनिंग स्कूल जाना शुरू किया. परिवार की सहायता करने के लिये आसिफ़ ने एक टेलिकॉम कंपनी (Telecom Company) में काम शुरू किया.
घर छोड़कर सपनों के पीछे भागे
बड़े भाई को नौकरी मिलने के बाद आसिफ़ ने मुंबई जाकर एक्टिंग में हाथ आज़माने की इच्छा ज़ाहिर की लेकिन उनके हाथ निराशा ही लगी. आसिफ़ से पहले किसी ने एक्टिंग की दुनिया में क़दम नहीं रखा था, उनके परिवार में इंजीनियर्स और डॉक्टर्स ही थे.
Waiter की नौकरी की
आसिफ़ एक दोस्त के घर पर भाईंदर (Bhayandar) क्षेत्र में रहे और नौकरी की तलाश शुरू की. एक 11वीं पास को कोई नौकरी नहीं देना चाहता था. आख़िरकार आसिफ़ को एक 5 स्टार होटल में वेटर की नौकरी मिली. इसके साथ ही उन्होंने ऑडिशन्स देने शुरू किया.
जयपुर के थियेटर ग्रुप से सीखा अभिनय
आसिफ़ को कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा लेकिन इस समय तक उनकी मां साथ आ गई थीं. उनकी मां उन्हें Support करती और कहती कि वो एक दिन एक्टर बनेंगे. जयपुर के सार्थक ख़ान के थियेटर ग्रुप से आसिफ़ जुड़ गये. आसिफ़ ने पहले सोचा कि वो 6 महीने ही ग्रुप के साथ रहेंगे लेकिन वो 6 साल तक इस थियेटर ग्रुप के साथ जुड़े रहे. इरफ़ान ख़ान ने भी इस ग्रुप के साथ थियेटर किया है.
क्राइम पेट्रोल में और बड़ी फ़िल्मों में रोल
आसिफ़ ने बतौर जूनियर आर्टिस्ट, एक लाइन के सीन, एक टीवी एपिसोड, बड़े-बड़े स्टार्स के साथ 4-5 सीन किये लेकिन धैर्य रखा.
पंचायत के रोल के लिये किया था मना
बहुत कम लोगों को पता होगा लेकिन आसिफ़ ने Panchayat के रोल के लिये मना कर दिया था क्योंकि उन्होंन Mirzapur और Paatal Lok के लिये साइन कर दिया था. Panchayat के निर्देशक, दीपक मिश्रा ने आसिफ़ को मनाया और वो छोटा सा रोल ऐतिहासिक बन गया.
आसिफ़ ने अभी सफ़र की शुरुआत ही कि है और वेब सीरिज़ में छोटे किरदार ही निभाये हैं. और वो किरदार ऐसे हैं कि दर्शकों के ध्यान में रह गये. आमतौर पर साइड रोल वाले अभिनेताओं को दर्शक याद नहीं रखते लेकिन आसिफ़ का अभिनय सभी सीरीज़ में दर्शकों को पसंद आया.