सपने हर कोई आसानी से देख लेता है मगर पूरे केवल उनके होते हैं जिन्हें ख़ुद पर यक़ीन होता है.
ऐसे ही कुछ सपने सोनाली और सोमंथ ने देखे थे जिसको पूरा करने की चाह में अपने-अपने शहर और गांव से निकले ये दोनों बच्चे आज America’s Got Talent तक जा पहुंचे हैं. जहां, लोग चेहरे पर मुस्कान लिए दोनों को स्टेज पर डांस करते देख रहे हैं. आइए आपको लेकर चलते हैं इस सपने की कहानी के पीछे.

सोनाली और सोमंथ की यात्रा
सोनाली, बांग्लादेश की सीमा से लगे पश्चिम बंगाल के एक गांव शोलारदारी से आई है. उसके पिता एक किसान हैं जो चावल, केले और सब्ज़ियां उगाते हैं जबकि उसकी मां एक गृहिणी हैं. घर की आर्थिक तंगी से लड़ते हुए भी सोनाली के पिता अपनी बेटी के सपनों को पूरा करना चाहते हैं.
सोनाली 3 साल की छोटी उम्र से मेले और गांव में हो रहे जगह-जगह के समारोह में नाच रही है.

16 साल की हो चुकी सोनाली अपने शुरुआती सफ़र को याद करते हुए The Better India को बताती है, ‘मेरे गांव के किसी व्यक्ति ने मेरे पिता को बिवाश सर का नंबर दिया था और हमने कोलकाता की यात्रा करने का फ़ैसला किया. अकादमी का पता लगने के बाद मेरे पिता निश्चिंत हो गए थे.’ सोनाली उस वक़्त मात्र 7 साल की थी.
सोनाली के पिता, 43 वर्षीय, शोणाक्षी मजूमदार के पास एक बीघा ज़मीन है और वह दूसरों की भूमि पर काम करते हैं. उन्होंने हमेशा महसूस किया है की उनकी बेटी में डांसिंग स्टार बनने की सारी ख़ूबी है.
सोनाली को आज इस मुक़ाम पर देख वो बहुत गर्व महसूस करते हैं.
जब सोनाली के पिता बिवाश से कोलकाता में मिले थे वो समझ गए थे की उनकी बच्ची को उनसे अच्छा गुरु नहीं मिलेगा. उन्हें ये भी पता था की गांव में रह कर उनकी बच्ची कभी अपना सपना पूरा नहीं कर पाएगी. जिस वजह से उन्होंने सोनाली को कोलकाता छोड़ने का फ़ैसला लिया.

वहीं दूसरी तरफ़ सोनाली के पार्टनर सुमंथ को हमेशा से पता था की डांस ही उसकी दुनिया है.
भुबनेश्वर के रहने वाले सुमंथ के पिता की रेलवे में नौकरी है.
13 साल की उम्र में जब सुमंथ को बिवाश अकादमी ऑफ़ डांस के बारे में पता चला तो उसने तुरंत दाख़िला ले लिया. घर वालों का भी सुमंथ को पूरा साथ था.
मगर सबसे मुश्किल था हर सप्ताह के अंत में भुबनेश्वर से कोलकाता जाना.
अब 21 साल के सुमंथ उस वक़्त को याद करते हैं तो बोलते हैं, ‘मगर पीछे मुड़कर देखता हूं तो उन यात्राओं के लिए ख़ुशी होती है. यह मुझे एहसास करवाती है की डांस किस क़द्र मेरा जुनून है और मैं आज यहां न होता यदि मैंने उस समय इतनी मेहनत न की होती.’

गुरु बिवाश के साथ का सफ़र
सोनाली और सुमंथ आज यहां तक नहीं पहुंच पाते यदि इन के गुरु या कोरिओग्राफ़र बिवाश का साथ न होता.
2011 में India’s Got Talent में बिवाश की अकादमी का प्रतिनिधित्व दो बच्चे आकाश और डोना ने किया था. मगर वो रनर-अप ही रह गए.
मगर फिर 2012 के शो के लिए बिवाश ने ठान लिया था की इस बार का IGT ख़िताब उनके ही नाम होगा. जिसके बाद सोनाली और सुमंथ की जोड़ी ने IGT Season 4 जीतकर इतिहास रच दिया.

IGT से अमेरिका तक की उड़ान
2012 में IGT जीतने के बाद सोनाली और सुमंथ ने कई शो जैसे ‘झलक दिखला जा’ और ‘डांस चैंपियन’ में भाग लिया. 2019 में जब America’s Got Talent ने उन्हें ऑडिशन के लिए आमंत्रित किया तो उन्हें पता था कि ये उन तीनों के लिए मौक़ा है. अपने-अपने सपनों को पाने की तरफ़. मौक़ा है चमकने का.

कई घंटों की मेहनत और रिहर्सल के बाद इस साल फरवरी में दोनों ने अमेरिका के मंच पर शानदार डांस किया है.
फ़िलहाल दोनों ही डांसर अपने अगले राउंड की तैयारी में लगे हुए हैं.
हमारी तरफ़ से दोनों को ही ALL THE BEST !