अरमान मलिक अब ये नाम परिचय का मोहताज़ नहीं है. अगर आप इसे नहीं भी जानते होंगे, तब भी अरमान के गाये गाने आपकी प्लेलिस्ट में ज़रूर होंगे. बहुत छोटी उम्र से ही अरमान ने अपनी पहचान बनानी शुरू कर दी थी. Sa Re Ga Ma Pa Lil Champs के रनर-अप रहे थे अरमान. और अब वो बॉलीवुड के जाने-माने गायक हैं.

Humans Of Bombay फ़ेसबुक पेज ने अरमान के संघर्ष की कहानी साझा की है.

‘मेरी परवरिश एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार में हुई. जहां हमें हर छोटी चीज़ की इज़्ज़त करना और कड़ी मेहनत के लिए प्रोत्साहित करना और ख़ुद से करना सिखाया गया. मैं तब चार साल का था जब मेरी संगीत की शिक्षा शुरु हुई, और आठ साल की उम्र में मैं गज़ल गाने लगा. मेरी मां को लगता था कि मैं राष्ट्रीय स्तर पर मुक़ाबला कर सकता हूं, लेकिन पापा एहतियात बरते थे, उनका संगीत करियर बहुत सफ़ल नहीं रहा था. पापा को बिना बताये मेरी मां मुझे Sa Re Ga Ma Pa Lil Champ की ऑडिशन के लिए ले गईं और मेरा सिलेक्शन हो गया. पापा को इसकी ख़बर तब हुई, जब शो टीवी पर आया और लोगों ने फ़ोन करके बधाइयां दी. उनकी आखों में आंसू आ गए थे, उन्होंनेमुझसे कहा था- ‘मुझे तुम पर गर्व है बेटे!”

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अरमान के पिता डब्बू मलिक ने कई फ़िल्मों में संगीत दिया है, उनकी दो प्रमुख फ़िल्में ‘तुमको न भूल पाएंगे’ और ‘हम तुम्हारे हैं सनम’ है.

‘मेरा बचपन भी सामान्य नहीं था, मुझे स्कूल से छुट्टियां लेनी पड़ती थी रिकॉर्डिंग और स्टूडियो जाने के लिए…मुझे अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए अतिरिक्त ट्यूशन लेनी पड़ती थी. जिस वक़्त मेरे स्कूल के बच्चे मस्ती कर रहे थे, मैं काम कर रहा था. इसलिए मेरे बहुत ज़्यादा दोस्त नहीं है.

मैं मानता हूं कि मेरी ज़िंदगी का सबसे मुश्किल क्षण तब था जब मुझे 7वीं और 8वीं कक्षा में Bullied किया गया था. मुझे अब भी याद है, जब मुझे ‘पढ़ाकू’ और ‘Uncool’ कह कर चिढ़ाया जाता था.

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एक बार मेरे कुछ क्लासमेट ने मिलकर पानी में कुछ गंदी चीज़ मिलाकर पीने के लिए दे दी. मैं उसे पीने ही वाला था कि तभी किसी ने रोक लिया. ये सब मेरे दिमाग़ में घुस गया, मैं वो गंदा पानी सबके ऊपर फेंकना चाहता था, लेकिन मैं उन जैसा नहीं था. तब तो हद हो गई जब मैं उनका विरोध कर रहा था और उन्होंने मुझे पीटने की कोशिश की. मैंने उनके ऊपर कुर्सी फेंक दी. इसके बाद में IGCSE से वापस ICSE में चला गया.

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हर मुश्किल परिस्थिति में मेरे पिता ने मेरा साथ दिया, उन्होंने हमेशा मुझे विनम्र रहना सिखाया. मैं जब भी कोई अच्छा गाना गाता हूं और अवार्ड जीतता हूं, तब भी मेरा फ़ोकस नहीं बदलता, जो मेरी सबसे बड़ी ताकत है. मैं अबतक दुनियाभर में परफ़ॉर्म कर चुका हूं. मैं सबसे कम उम्र का भारतीय हूं जिसने SSE Arena Wembley में परफ़ॉर्म किया है. मैं नहीं बता सकता कि इससे कैसा महसूस होता है. लेकिन इसकी सबसे अच्छी बात ये है कि मेरे माता-पिता इस दौरान मेरे साथ होते हैं. ये मेरी खुशकिस्मती है कि मैं उन्हें वो दे पाता हूं, जो वो चाहते हैं. मैं ग्लोबल सिंगर बन कर अपने माता-पिता और अपने देश को गर्व महसूस करना चाहता हूं.’

Humans Of Bombay ने जब अरमान मलिक की काहनी लोगों से साझा की तब अधिकांश लोगों ने अरमान के संघर्ष की तारीफ़ की. लेकिन कुछ ऐेसे भी थे जो इस कहानी को झूठ बता रहे थे. एक कमेंट में ये दावा किया गया कि अरमान एक बॉलीवुड के स्थापित परिवार से आते हैं, उनके परिवार के कई लोग बॉलीवुड के लिए काम कर चुके हैं. उनके चाचा अनु मलिक बॉलीवुड के जाना-माना नाम हैं और अरमान के पिता डब्बु मलिक ने भी कई फ़िल्मों में काम किया है.