सनी देओल (Sunny Deol) ने साल 1983 में रोमांटिक फ़िल्म बेताब (Betaab) से अपने करियर का डेब्यू किया था. मगर सनी पाजी की पहचान एक एक्शन हीरो की है, जिनका ढाई किलो का हाथ है. अपने इस हाथ से वो कभी जेल की सलाखें तोड़ देते हैं तो कभी दरवाज़े की धज्जियां उड़ा देते हैं. इतना ही नहीं, इन्होंने तो फ़िल्म ज़िद्दी में अभिनेता आशीष विद्यार्थी का हाथ तक उखाड़ दिया था. बात करें गदर की तो हैंडपंप उखाड़ने के बाद तो लोगों ने सनी देओल से पंगा लेना ही छोड़ दिया. गदर 2 में इन्होंने लकड़ी बड़ा सा पहिया अपने हाथ में उठाकर फेंक दिया. अब और क्या-क्या कारनामें बताए जाएं. इतने ख़तरनाक काम करने वाले सनी देओल अपने स्टंट भी ख़ुद ही करते हैं.
ये भी पढ़ें: ‘दामिनी’ और ‘सोहनी महीवाल’ सहित, किंग ख़ान ने ख़रीद लिए सनी देओल की इन 6 फ़िल्मों के राइट्स
स्टंट ख़ुद करने वाले सनी देओल ने एक फ़िल्म के लिए बिना किसी स्टंट डबल के 11 हज़ार फ़ीट की ऊंचाई से छलांग लगा दी थी. आइए जानते हैं कौन-सी थी वो फ़िल्म.
साल 2003 में रिलीज़ हुई इस फ़िल्म में सनी ने पहली बार एक जासूस की भूमिका निभाई थी. इसमें सनी के अलावा, प्रीति ज़िंटा, प्रियंका चोपड़ा और दिग्गज अभिनेता अमरीश पुरी भी थे. फ़िल्म का नाम था द हीरोः लवस्टोरी ऑफ़ अ स्पाई (The Hero: Love Story Of A Spy). इसमें सनी देओल (Sunny Deol The Hero) ने रॉ एजेंट अरुण खन्ना का किरदार निभाया था, जो देश के लिए अपनी मोहब्बत को क़ुर्बान कर देता है.
ये भी पढ़ें: सनी देओल के करियर के 8 बेस्ट रोल्स, जिनमें उन्होंने अपनी दमदार एक्टिंग से मचा दिया था ‘गदर’
फ़िल्म को कुल्लू मनाली की ख़ूबसूरत वादियों में शूट किया गया था. लोकेशन के साथ-साथ फ़िल्म की कहानी, डायलॉग्स और स्टंट सभी काफ़ी ज़बरदस्त थे. बेहतरीन एक्शन सीक्वेंस वाली इस फ़िल्म के कुछ एक्शन सीन सनी ने बिना बॉडी डबल (Body Double) के किये थे. इसमें से एक सीन वो था, जिसमें सनी ने अपनी जान की परवाह भी नहीं की और 11 हज़ार फ़ीट की ऊंचाई से छलांग लगा दी. सनी देओल ने इस सीन को बिना किसी बॉडी डबल के किया था. एक इंटरव्यू में सनी ने कहा था कि,
ये उनके जीवन का सबसे ख़तरनाक स्टंट सीन था.
फ़िल्म के सिर्फ़ डायलॉग्स या कहानी ही नहीं बल्कि गाने भी ज़बरदस्त थे, जिसमें सबसे ज़्यादा जो गाना हिट हुआ था और सुना गया था वो था, दिल में है प्यार तेरा होंठों में गितवा…! इसे आप नीचे सुन सकते हैं.
आपको बता दें, ये फ़िल्म 55 करोड़ रुपये के बजट में बनी थी और ये उस समय की सबसे महंगी फ़िल्मों में से एक थी. हालांकि, फ़िल्म ने बॉक्स ऑफ़िस पर ज़्यादा कमाई नहीं की थी.