सुशांत सिंह राजपूत हम सबके बीच नहीं रहे. बीते 14 जून को उनका शव उनके फ़्लैट में पाया गया.
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लोगों को सुशांत के यूं चले जाने पर यक़ीन नहीं आ रहा है. क्योंकि सुशांत में सबकुछ था, उनकी मुस्कान देख किसी के भी चेहरे पर हंसी ला सकती थी. पर यही तो है कि एक मुस्कान के पीछे कितनी अनदेखी लड़ाइयां होती हैं, ये लोग नहीं देख पाते.
ट्विटर पर उन्होंने विन्सेन्ट वैन गॉग कि ‘स्टारी नाइट’ लगा रखी थी.
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वैन गॉग ने ‘स्टारी नाइट’ असाइलम में रहते हुए बनाई थी. स्टारी नाइट दुनिया के सबसे मशहूर आर्ट पीस में से एक है. कॉफ़ी मग से लेकर घरों की दीवारों तक ये पेंटिंग हर जगह है. कुछ लोग तो ये भी कहते हैं कि ये पेंटिंग वैन गॉग से ज़्यादा मशहूर है. स्टारी नाइट की ख़बसूरती अनंत है और इसे शब्दों में बयां करना मुमकिन नहीं है.
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Van Gogh Gallery के मुताबिक़, वैन गॉग ने 1889 में स्टारी नाइट बनाया था. Saint-Rémy-de-Provence के पास, Saint-Paul-de-Mausole असाइलम में रहते हुए उन्होंने इसे पेन्ट किया था. वैन गॉग को असाइलम में बाक़ी मरीज़ों से ज़्यादा छूट थी. वे असाइलम में पेंट करते, पढ़ते, उन्हें एक स्टूडियो भी दिया गया था. Epileptic Fits से डायगनॉज़ होने के बाद वो रिकवर कर रहे थे. बदक़िस्मती से वे फिर से स्ट्रगल करने लगे. वे हैलुसिनेट करने लगे और उन्हें आत्महत्या करने के ख़याल आने लगे और वे अवसाद के चंगुल में फंसते गये.
वैन गॉग ने 29 जुलाई 1890 में आत्महत्या कर ली.