रणवीर कपूर, दीपिका पादुकोण, आदित्य रॉय कपूर और कल्कि केकलां स्टारर फ़िल्म ये जवानी है दीवानी (Yeh Jawaani Hai Deewani) दर्शकों को बेहद पसंद आई थी. इस फ़िल्म की कहानी से लेकर गानों तक फ़ैंस को काफ़ी पसंद आए थे. नैना हो या बनी, अवि हो या अदिति फ़िल्म का हर किरदार आज भी फ़ैंस के दिलों के बेहद क़रीब है. फ़ैंस ने इसके हर किरदार से ख़ुद को काफ़ी रिलेट किया था. लेकिन फ़िल्म में एक किरदार ऐसा भी था जो दर्शकों को बेहद पसंद आया था. हम ‘तरन’ की बात कर रहे हैं.
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21वीं सदी के युवाओं को ध्यान में रखकर रची गई इस फ़िल्म कहानी वाकई में युवाओं को काफ़ी पसंद आई थी. ये फ़िल्म कुछ लोगों को इतनी पसंद आई कि उन्होंने इसे कई बार देखा. फ़िल्म में किसी को बनी का ज़िंदगी को लेकर अलग नज़रिया पसंद आया तो किसी को लाइफ़ को सिंपल बनाने वाली नैना पसंद आई. किसी को मस्तमौला दोस्त अवि पसंद आया, तो दोस्तों को क़रीब लाने वाली अदिति कहां पीछे रहने वाली थी. लेकिन मुझे तरन पसंद आया.
दरअसल, फ़िल्म में अदिति (कल्कि केकलां) अपने अजीज़ दोस्त अवि (आदित्य रॉय कपूर) को पसंद करती है, लेकिन अपने प्यार का इज़हार कर नहीं पाती. वहीं दूसरी तरफ़ इश्कबाज़ अवि हर वक़्त लड़कियों के पीछे भागता रहता है, लेकिन वो अपने दोस्तों पर जान छिड़कता है. अदिति को अवि का ये रूप ज़रा भी नहीं पसंद. ऐसे में वो अपनी ज़िंदगी में ठहराव के लिए पेशे से इंजीनियर तरन (कुणाल रॉय कपूर) के क़रीब आ जाती है और उससे शादी तक कर लेती है.
इस फ़िल्म में लोगों को ‘तरन’ का किरदार बेहद पसंद आया था. आज के दौर में हर कोई अपनी ज़िंदगी में ‘तरन’ जैसा दोस्त और हमसफ़र चाहता है, जिसे बनी, नैना, अदिति और अवि की दोस्ती से कोई प्रॉब्लम नहीं है. वो अदिति को चाहता है और उसी से शादी करना चाहता है. भले ही अदिति अपने दोस्तों से कितनी ही क़रीब क्यों ना हो. तरन हमेशा अदिति को स्पेस देना चाहता है उसे खुलकर ज़िंदगी जीने का मौक़ा देता है, ताकि उनका रिश्ता मज़बूत बना रहे.
आज की मतलबी दुनिया में जहां पुरुष आमतौर पर अपनी प्रेमिका/पत्नी के पुरुष दोस्तों से ईर्ष्या करते हैं, वहीं ‘तरन’ जब पहली बार उनसे मिलता है तो उन्हें भाईयों की तरह लगाता है. दरअसल, वो इस बात से ख़ुश है कि अदिति के दोस्त असल में उसकी परवाह करते हैं और उससे प्यार करते हैं. तरन अपनी होने वाली पत्नी के दोस्तों जितना कूल नहीं है. न ही उसे डांस करना आता, लेकिन लोगों की परवाह बग़ैर वो अपने संगीत में अदिति को ख़ुश करने के लिए टकीला पीकर ‘ऊह ला ला’ गाने पर दिल खोलकर डांस करता है. अदिति को तरन की ये अदा पसंद आ जाती है.
फ़िल्म के एक सीन में बन्नी देखता है कि अदिति और तरण आपस में लड़ रहे हैं. बनी को लगता है वो इसलिए लड़ रहे हैं क्योंकि तरण को ‘अवि और अदिति’ की दोस्ती नहीं पसंद. लेकिन अदिति अपने दोस्त बन्नी को आश्वस्त कराती है कि वो अवि को शराब और पोकर पर पैसे लुटाने के लिए रोकना चाहती थी. लेकिन तरन उसकी हरकतों को छुपा रहा है. वो दोनों इसलिए झगड़ रहे थे क्योंकि तरण ने ही अवि के 2 लाख रुपये का बिल चुकाया है. दरअसल, तरण ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वो नहीं चाहता था कि अदिति, अवि का अपमान करे.
इस घटना के बावजूद तरन ख़ुद अदिति से माफ़ी मांगता है. इस तरह से तरण ने ये साबित कर दिया कि वो न केवल एक अच्छा इंसान हैं, बल्कि एक अद्भुत दोस्त भी है.
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