कुछ गाने होते हैं जो कभी पुराने नहीं लगते. उन्हें जितनी बार सुनो, कुछ नया सा ही महसूस होता है, जैसे रफ़ी साहब और लता जी के गाने. और कुछ गाने ऐसे होते हैं, जो कुछ कारणों से ज़िन्दा रहते हैं.
सुखबीर का ओ हो हो हो, जुम्मा चुम्मा दे दे, माई नेम इज़ लखन जैसे कई गाने इसीलिये ज़िन्दा हैं, क्योंकि इन पर हमें शादी में नाचना होता है.
इसी तरह बॉलीवुड के कुछ अति बेहतरीन गाने कब के मर गए होते अगर वो रेडियो पर बार-बार बजाए न गए होते. 90 के दशक के कुछ गाने, हमारे जन्म से भी पहले बने थे. अगर ये ऑटोरिक्शा और टाटा 407 बसों में नहीं बजते तो हम शायद ही इन्हें सुनते.
आशिक़ी, दर्द और सच्चे आशिक़ों के लिए बने 80 और 90 के दशक के वो गाने, जो आज सिर्फ़ ऑटो वालों की वजह से ज़िन्दा हैं.
1. आएगा मज़ा अब बरसात का- अंदाज़
2. आईने के सौ टुकड़े करके हमने देखे हैं- मां
3. देर न हो जाए कहीं देर न हो जाए- हिना
4. तुम तो ठहरे परदेसी साथ क्या निभाओगे- अल्ताफ़ राजा
5. वादी-ए-इश्क़ से आया है मेरा शहज़ादा- मिशन कश्मीर
6. कोयल सी तेरी बोली कु कु कु- बेटा
7. तुमसे मिलकर न जाने क्यों और भी कुछ याद आता है- प्यार झुकता नहीं
8. ओढ़नी ओढ़ के नाचूं- तेरे नाम
9. मुझे पीने का शौक नहीं, पीता हूं ग़म भुलाने को- कूली
10. आंख से छलका आंसू और जा टपका शराब में- बदकार
11. शीशा हो या दिल हो आख़िर टूट जाता है- आशा
12. कसम पैदा करने वाले की- कसम पैदा करने वाले की
13. तेरी मेहरबानियां, तेरी कदरदानियां- तेरी मेहरबानियां
14. तुम्हें दिल से कैसे जुदा हम करेंगे- दूध का कर्ज़
15. अंगना में बाबा दुआरे पे मां- आंखें
16. मेला दिलों का आता है एक बार आके चला जाता है- मेला
17. परदेसी परदेसी जाना नहीं- राजा हिन्दुस्तानी
18. जिएं तो जिएं कैसे बिन आपके- साजन
19. चेहरे क्या देखते हो, दिल में उतर कर देखो न- सलामी
20. दिल चीर के देख तेरा ही नाम होगा- रंग
21. मैं दुनिया भूला दूंगा तेरी चाहत में- आशिक़ी
22. एक ऐसी लड़की थी, जिसे मैं प्यार करता था- दिलवाले
23. और इस दिल में क्या रखा है, तेरा ही दर्द छुपा रखा है- ईमानदार
24. नैनों में सपना, सपने में सजनी, सजनी पे दिल आ गया- हिम्मतवाला
धन्य हैं वो ड्राईवर और कंडक्टर, जिनकी वजह से ये गाने आज भी देश के कई रास्तों पर सुनाई दे देते हैं.