बॉलीवुड में बहुत से ऐसे सेलेब्स हैं जो लाइमलाइट से काफ़ी दूर रहते हैं. पर हां जनता के प्यार से उनकी झोली ज़रुर भरी होती है. इन्हीं चंद सेलेब्स में से एक अभिनेता अमोल पालेकर भी हैं. अमोल पालेकर उन अभिनेताओं में से हैं, जिन्हें कभी ज़्यादा लाइमलाइट में नहीं देखा गया. इसके बावजूद वो दर्शकों के दिलों में ख़ास जगह बनाने में कामयाब रहे.
वो जब भी बड़े पर्दे पर आते एक आम आदमी के दिल में बस जाते हैं. चेहरे की मासूमियत और उनके कॉमिक किरदारों ने सिनेमा को न सिर्फ़ एक अलग रंग दिया, बल्कि दर्शकों को अच्छा अभिनेता भी दिया. उनकी फ़िल्में देख कर लोग उनसे ख़ुद को जुड़ा हुआ महसूस करते थे. यही नहीं, उनकी ज़्यादातर फ़िल्में आम आदमी की मनोदशा को भी अच्छे से दर्शाती थीं.
अमोल पालेकर ने अपने करियर में ‘नरम-गरम’, ‘घरौंदा’, ‘छोटी सी बात’, ‘बातों-बातों’ और ‘गोलमाल’ जैसी बहुत सफ़ल फ़िल्में की. ‘गोलमाल’ में उन्हें बेहतरीन अभिनय के लिये फ़िल्मफे़यर के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार से भी नवाज़ा गया. इसके अलावा वो ‘दायरा’ और ‘कल का आदमी’ के लिये राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीत चुके हैं.
अपने अभिनय से लोगों के दिलों में ख़ास जगह बनाने के बाद अमोल साहब ने निर्देशन की दुनिया में भी हाथ आज़माया. बतौर निर्देशक उन्होंने ‘पहेली’, ‘नक़ाब’ और ‘कच्ची धूप’ जैसी कई मूवीज़ बनाई. कमाल की बात ये है कि उनके अभिनय की तरह, उनके निर्देशन की भी दर्शकों ने ख़ूब प्रशंसा की.
अमोल पालेकर एक साधारण छवि वाले अभिनेता हैं, जिन्हें एक्शन और ड्रामा से नहीं, बल्कि अपनी सादगी से लोगों का दिल जीतना आता है. अभिनेता की यही छवि आज भी लोग अपने दिल में बसाये हुए हैं. अमोल पालेकर ने अपने अभिनय की शुरुआत मराठी मंच से की थी और बॉलीवुड डेब्यू फ़िल्म ‘रजनीगंधा’ से किया था. इसके बाद उन्होंने किस तरह फ़िल्मों में अपने अभिनय से धूम मचाई वो आप जानते ही हैं.
साधारण आदमी के इस साधारण से अभिनेता को जन्मदिन की बधाई!
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