The Kerala Story Controversy : सुदीप्तो सेन की फ़िल्म ‘द केरल स्टोरी’ (The Kerala Story) का जब से ट्रेलर रिलीज़ हुआ है, तब से ही ये विवादों में फंसी हुई है. फ़िल्म में अदा शर्मा लीड रोल में हैं. ये मूवी 5 मई को रिलीज़ होने वाली है. मूवी में कथित तौर पर केरल की उन हजारों लड़कियों की कहानी दिखाई गई है, जिनका ब्रेनवॉश करके पहले धर्म परिवर्तन कराया गया, और फिर ISIS आतंकी बना दिया गया. इस कहानी के आंकड़ों को कुछ लोग एक दम ग़लत ठहरा रहे हैं. वहीं, कुछ लोग इस फ़िल्म को इस्लामोफ़ोबिया फैलाने वाला बता रहे हैं.
आइए आपको शुरुआत से बताते हैं कि क्या है ‘द केरल स्टोरी’ का पूरा विवाद और लोग क्यों कर रहे हैं इसे बैन करने की मांग?
26 अप्रैल को जारी किया गया था ट्रेलर
दरअसल, ‘द केरल स्टोरी’ का ट्रेलर 26 अप्रैल को जारी किया गया था. इसका ट्रेलर एक शालिनी उन्नीकृष्णन नाम की एक हिन्दू महिला से शुरू होता है. ये क़िरदार अदा शर्मा निभा रही हैं. इसमें शालिनी अपने हॉस्टल में चार दोस्तों के साथ पढ़ाई कर रही होती हैं. जिसमें उसमें उनकी एक दोस्त उनसे कहती है कि पूरी दुनिया को अल्लाह चला रहा है. ट्रेलर में दिखाया गया है कि कैसे एक लड़की अपनी दोस्त शालिनी को इस्लाम धर्म अपनाने के लिए ब्रेनवॉश करती है.
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कांग्रेस पार्टी ने उठाई मूवी को बैन करने की मांग
इसके बाद कांग्रेस पार्टी इस मूवी को देश में बैन करने की मांग करने लगी. कांग्रेस नेता और केरल में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने कहा कि इसके ट्रेलर ने इसके कंटेंट के काफ़ी संकेत दिए. इसका इरादा राज्य और समुदाय को बदनाम करना है और इसके पीछे संघ परिवार के संगठन हैं. वहीं, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी इस पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा, “हिंदी फिल्म द केरल स्टोरी का ट्रेलर देखकर ऐसा लगता है कि फ़िल्म को जानबूझकर केरल में नफ़रत फैलाने के इरादे से बनाया गया है. ये फ़िल्म केरल का माहौल बिगाड़ने की साजिश है. ये फ़िल्म उस संघ परिवार का प्रोपेगेंडा है जो ख़ुद कट्टरपंथी विचारधारा का शिकार है और केरल में भी नफ़रत के बीज बोना चाहती है.” सत्ताधारी सीपीआई (एम) की युवा इकाई ‘द डेमोक्रेटिक यूथ फ़ेडेरेशन ऑफ़ इंडिया’ ने भी फ़िल्म की आलोचना करते हुए कहा है कि इसका ट्रेलर धार्मिक भावनाएं आहत करता है.
भारतीय जनता पार्टी ने किया फ़िल्म का समर्थन
वहीं, भारतीय जनता पार्टी मूवी के समर्थन में खड़ी है. बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय के एक ट्वीट के मुताबिक, “ये फ़िल्म केरल के तेज़ी से हो रहे इस्लामीकरण और किस तरह से मासूम लड़कियों को इस्लामिक स्टेट का चारा बनाने के लिए फंसाया जा रहा है उसे दर्शाती है. लव जिहाद वास्तविकता है और ख़तरनाक है. इस ख़तरे को पहचानना होगा.” उनका कहना है कि ये वास्तविक जीवन की कहानियों पर आधारित मूवी है.
फ़िल्म के निर्देशक और कलाकारों ने भी दिए अपने बयान
विवादों के बीच फंसी इस मूवी के निर्माता ने इसका बचाव करते हुए कहा कि पहले लोगों को मूवी देखनी चाहिए और उसके बाद अपनी राय बनानी चाहिए. इसके अलावा निर्देशक सुदिप्तो राव ने कहा कि उन्होंने वास्तविक संख्या जानने के लिए अदालत में सूचना के अधिकार के तहत आवेदन दिया है लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि उन्होंने 7 साल तक इस मूवी की कहानी पर काम किया. इस मूवी की लीड एक्ट्रेस अदा शर्मा का कहना है कि वो ऐसी कुछ लड़कियों से मिली हैं. उन्होंने एक मीडिया इंटरव्यू में कहा, “मैं ऐसी कुछ लड़कियों से मिली हूं और मैं शब्दों में नहीं समझा सकती हूं, एक या दो लाइन में बात करके उनके दर्द के साथ न्याय नहीं किया जा सकता है.” उन्होंने कहा एक बार जब आप ये फ़िल्म देख लेंगे तो लड़कियों की संख्या पर बात नहीं करेंगे.
मुस्लिम संगठन ने रखा 1 करोड़ का इनाम
इन सभी बयानों के बाद एक मुस्लिम संगठन ने फ़िल्म ‘द केरल स्टोरी’ में दिखाई गई कहानी को साबित करने वाले व्यक्ति को 1 करोड़ रुपए इनाम देने की घोषणा की है. ये घोषणा मुस्लिम यूथ लीग की केरल स्टेट कमिटी ने की है. उन्होंने कहा है कि फ़िल्म में किए गए दावों के पीछे सबूत देने के लिए संग्रह केंद्र 4 मई को हर जिले में खोले जाएंगे. इसके पोस्टर में लिखा है, “इन आरोपों को साबित करें कि 32,000 केरल वासी धर्मांतरित हुए और सीरिया भाग गए. चुनौती स्वीकार करें और सबूत जमा करें.”
सेंसर बोर्ड ने कटवाए फ़िल्म के 10 सीन
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफ़िकेशन ने फ़िल्म को ए सर्टिफ़िकेट दिया है और फ़िल्म के क़रीब 10 सींस में कट लगवाए हैं. केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन के इंटरव्यू के सीन पर भी कट लगवाया गया है. ये भी बताया जा रहा है कि एक अन्य सीन जिसमें “सभी हिंदू देवताओं के डायलॉग़ और अनुचित संदर्भ” थे, उसे भी कथित तौर से हटा दिया गया है.
विवादों के बीच फ़िल्म का नया टीज़र रिलीज़
गायब लड़कियों की इतनी बड़ी संख्या बताए जाने के बाद फ़िल्म मेकर्स ने द केरल स्टोरी में ISIS ज्वाइन करने वाली लापता लड़कियों की संख्या को 32,000 से बदलकर 3 कर दिया है. फ़िल्म मेकर्स ने यूट्यूब पर फ्रेश टीज़र रिलीज़ किया है. इस वीडियो की शुरुआत में ही 32,000 की जगह लड़कियों की संख्या तीन बताई गई है.
सुप्रीम कोर्ट ने फ़िल्म के ख़िलाफ़ याचिका पर सुनवाई से किया इंकार
फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ के खिलाफ़ ज़मीयत उलेमा ए हिंद ने 2 मई को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की. उन्होंने मूवी को 5 मई को रिलीज़ होने से रोकने की मांग की. साथ ही इसके विवादित सीन हटाने और फ़िल्म को काल्पनिक कहानी बताने का डिस्क्लेमर लगा कर रिलीज़ करने की मांग की. उनका आरोप है कि ये मूवी मुस्लिम समुदाय को बदनाम करने वाली है. सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई को आज यानि 2 मई को ही मना किया.
निज़ाम पाशा ने कोर्ट में कहा था ये फ़िल्म हेट स्पीच के सबसे ख़राब और निचले दर्जे की मिसाल है. ये फ़िल्म पूरी तरह से सिर्फ एक ऑडियो-विजुअल प्रोपेगेंडा है. इस पर जजों की बेंच ने जवाब देते हुए कहा- “हेट स्पीच के कई प्रकार होते हैं. ऐसा नहीं है कि कोई व्यक्ति अचानक पोडियम पर जाकर बेतरतीब ढंग से हेट स्पीच फैला रहा है. फ़िल्म को सर्टिफ़िकेशन मिल चुका है और सेंसर बोर्ड ने फ़िल्म की रिलीज़ को अनुमति दे दी है.” बेंच ने ये भी कहा कि कोर्ट कोई खुला मैदान नहीं है जहां कोई भी कभी भी आ जाए.
फिलहाल, अब ये फ़िल्म एक प्रोपोगैंडा है या रियलिटी, ये तो इसकी रिलीज़ के बाद ही पता चल पाएगा.