‘The Sky Is Pink’ 

प्रियंका चोपड़ा और फ़रहान अख़्तर की फ़िल्म ‘The Sky Is Pink’ का ट्रेलर आ चुका है. इस फ़िल्म के ज़रिये लंबे समय बाद देसी गर्ल बड़े पर्दे पर दिखाई देंगी. ट्रेलर को लोगों की अच्छी-ख़ासी प्रतिक्रिया मिल चुकी है. प्रियंका और फ़रहान के अलावा फ़िल्म में ज़ायरा वसीम भी हैं. ये तीनों ही स्टार्स फ़िल्म की शूटिंग ख़त्म कर उसके प्रमोशन में जुट गये हैं. 

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And it’s a wrap. This movie is special to me on so many levels. Not just because @roykapurfilms and @rsvpmovies (Sid and ronnie) partnered with me on my first Hindi production.. but also took the chance on me to bring to life a character and a true story that needed to be told. @faroutakhtar you made an amazing co actor all over again with all the laughter and fun!(you were missed tonight) and my amazing @zairawasim_ and @rohitsaraf10 who I’ve made friends for life with! This was the hardest loveliest experience. Thank you @shonalibose_ for your incredibly unique vision. I’m so proud of your faith in me. Thank you so much to Our crew who worked tirelessly for 10 months to make this special piece of cinema. I love you all. ❤️ See u at the pictures!!! 🙏🏽 #skyispink 🍿 🎥

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प्रियंका चोपड़ा फ़िल्म में कौन सा किरदार निभा रही हैं?

फ़िल्म में प्रियंका चोपड़ा एक मां का रोल अदा कर रहीं हैं और उनकी बेटी का किरदार ज़ायरा वसीम निभा रही हैं. प्रियंका चोपड़ा वो मां बनी हैं, जिसकी बेटी ज़िंदगी से लड़ते-लड़ते महज़ 18 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह देती है. 

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किसकी ज़िंदगी पर बनी है फ़िल्म?

फ़िल्म की कहानी एक दिवंगत युवा भारतीय लेखक की ज़िंदगी से प्रेरित है. उस लेखक का नाम आयशा है. अदिति चौधरी के घर जन्मी आयशा जन्म से ही SCID बिमारी से पीड़ित थी. इस वजह से महज़ 6 महीने की उम्र में उनका बोन मैरो ट्रांसप्लाट भी करना पड़ा था. इस ऑपरेशन के बाद उसे Pulmonary Fibrosis हो गया, जो कि उसकी ज़िंदगी के और भी घातक था. 

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डॉक्टर्स ने आयशा को बता दिया था कि वो ज़्यादा लंबी ज़िंदगी नहीं जी सकती है. इसके बाद भी उसने जितना जिया दिल खोल कर जिया. क्योंकि आयशा को लिखना बहुत पसंद था, इसलिये उसने जीवन के अंतिम झणों में किताब लिखना शुरू किया. आयशा ने सिर्फ़ 5 महीने में अपनी किताब ‘My Little Epiphanies’ पूरी लिख डाली. अफ़सोस बुक रिलीज़ के अगले ही दिन आयशा की मौत हो गई. 

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गंभीर बिमारी से जूझने के बावजूद आयशा ने TEDx और INK जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर बेबाकी से अपनी बात रखी. आयशा द्वारा लिखी गई बुक जयपुर लिक्टेचर फे़स्टिवल में लॉन्च की गई थी और आयशा ने 24 जनवरी 2015 को दुनिया अलविदा कह दिया था. 

आयशा की मां ने एक इंटरव्यू में बात करते हुए बताया कि वो उसने कम समय में ज़िंदगी को खुल कर जिया. इसके चलते आयशा ने Skype के ज़रिये मुंबई के Fat Mu Academy School से मेकअप भी सीखा था. 

आयशा का जीवन काफ़ी छोटा पर प्रेरणादायक और साकारात्मक था. वहीं ये फ़िल्म आयशा के जीवन को किस तरह से दुनिया के सामने रखती है, इसके लिये आपको फ़िल्म रिलीज़ का इंतज़ार करना पड़ेगा.