कई बार फ़िल्म देखने के बाद हम उससे बाहर नहीं आ पाते. कुछ कहानियां इतनी बेहतरीन होती हैं कि उन पर सोच-विचार भी होता है. इसके साथ ही मन में ये भी ख़्याल आता है कि यार लिखने वाले ने क्या स्क्रिप्ट लिखी है! मतलब फ़िल्म का डायलॉग हो या ट्विस्ट सोच कर मज़ा आ जाता है.

जैसे आज तक हम इन फ़िल्मों के ट्विस्ट को नहीं भूल पाये हैं. 

1. दृश्यम 

‘दृश्यम’ फ़िल्म की तारीफ़ में हम क्या ही कहें. अजय देवगन (विजय) सैम के शव को उसी थाने के नीचे दफ़नाता है, जहां उसके मौत की इंवेस्टिगेशन चल रही होती है. कमाल है कि जांच में जुटी पुलिस को इसकी भनक तक नहीं पड़ती.  

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2. कहानी 2 

विद्या बालन स्टारर ये फ़िल्म स्टारर ये फ़िल्म भी रोमांच से भरी होती है. विद्या बालन ने फ़िल्म में फ़ेक गर्भवती महिला का रोल अदा किया. इसके अलावा ये भी पता चला कि जिस अर्नब बागची की बात होती थी. वो असल में कभी था ही नहीं. असल में विद्या बालन सब कुछ अपने पति की मौत का बदला लेने के लिये कर रही होती है. 

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3. अंधाधुन  

‘अंधाधुन’ बॉलीवुड की बेहतरीन फ़िल्म्स में से एक है. फ़िल्म की शुरुआत में दर्शकों को ऐसा लगता है कि आयुष्मान ख़ुराना (आकाश) अंधा है. पर असल में ऐसा नहीं होता है और वो अंधा बनने का नाटक करता है. इसके बाद फ़िल्म में एक मोड़ आता है, जहां आकाश को सच में अंधा दिखा दिया जाता है. दर्शक आकाश को अंधा समझ ही बैठे थे कि वो पैर से केन पर लात मार कर सभी को चौंका देता है. 

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4. बदला 

‘बदला’ बॉलीवुड की शानदार फ़िल्मों में से एक है. फ़िल्म में एक माता-पिता अपने बेटे को न्याय को दिलाने के लिये लड़ते हुए दिखाई दिये. यहां तक कि वो उस महिला के पास भी बैठे, जो उसके बेटे की मौत की कारण थी. वकील का रूप धारण कर उन्होंने उससे सच भी उगलवा लिया. फ़िल्म का अंत किसी की कल्पना से परे था. 

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5. ख़ाकी 

इस फ़िल्म से अक्षय कुमार के फ़ैंस को काफ़ी निराशा होती है. ऐश्वर्या (महालक्ष्मी) बेचारी बन कर अक्षय कुमार (शेखर) का सहारा लेती है. पर रियलिटी में वो अजय देवगन (एंग्रे) की गर्लफ़्रेंड निकलती है. 

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6. इत्तेफ़ाक 

सोनाक्षी सिन्हा और सिद्धार्थ मल्होत्रा फ़िल्म के लीड एक्टर्स होते हैं. फ़िल्म देखते समय दर्शकों को ऐसा लगता है कि सोनाक्षी सिन्हा ने अपने पति का मर्डर किया होगा, पर हकीक़त में वो बेगुनाह निकलती हैं. 

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7. तलाश  

आमिर ख़ान और करीना कपूर स्टारर ये फ़िल्म भी दर्शकों को चौंकाने में कामयाब रही. करीना कपूर एक एस्कॉर्ट के किरदार में थी, जो मर कर भी आमिर ख़ान की मदद करती है. हांलाकि, दर्शकों को ये अंत में पता चलता है कि करीना कपूर एक भूत के रोल में हैं. 

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8. भूल भुलैया

फ़िल्म में विद्या बालन (अवनी) Dissociative Identity Disorder का शिकार होती हैं, जो कि ख़ुद को ‘मंजुलिका’ मानती है.  

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इनमें से कितनी फ़िल्में देख ली हैं?