सुभाष घई हिंदी सिनेमा के वो डायरेक्टर जिन्हें राज कपूर के बाद इंडस्ट्री के दूसरे शो मैन की उपाधि दी गई. सुभाष ने अपने करियर की शुरुआत फ़िल्म काली चरण से की थी. इसके बाद उन्होंने एक से बढ़कर एक फ़िल्में बनाईं और कहलाए बॉलीवुड के दूसरे शो मैन.
हिंदी सिनेमा को सुभाष ने ‘हीरो’, ‘जंग,कर्मा’, ‘राम लखन’, ‘सौदागर’, ‘ख़लनायक’, ‘परदेस’, ‘ताल’ जैसी सुपरहिट फ़िल्में दी हैं. जितने कमाल के वो डायरेक्टर उतने ही कमाल के वो कास्टिंग डायरेक्टर भी हैं. उन्होंने इंडस्ट्री को कई नई चेहरों को अपनी फ़िल्मों के ज़रिये लॉन्च किया और उन्हें रातों रात स्टार बना दिया.
ऐसे ही एक स्टार के बारे में आज हम बात करेंगे, जिनका नाम है जैकी श्रॉफ़. 1983 में आई फ़िल्म हीरो से सुभाष घई ने जैकी को लॉन्च किया था. उन्हें ये फ़िल्म कैसे मिली इसकी भी एक इंटरेस्टिंग स्टोरी है. चलिए जानते हैं उस क़िस्से के बारे में…
इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने के बाद सुभाष घई ने 1982 में अपना ख़ुद का प्रोडक्शन हाउस खोला था, नाम था मुक्ता आर्ट्स. इसकी पहली फ़िल्म हीरो के लिए उन्हें एक नए चेहरे की तलाश थी. ये तलाश जैकी श्रॉफ़ पर जाकर ख़त्म हुई, जिनके बारे में उनके एक दोस्त ने बताया था. जैकी श्रॉफ़ तब तक चार मिनार सिगरेट की एड कर चुके थे और देवानंद की फ़िल्म स्वामी दादा में छोटा सा रोल किया था.
सुभाष घई ने इस बारे में बात करते हुए कहा था कि उस वक़्त जैकी श्रॉफ़ एक नौसिखिया एक्टर थे. एक लंबी वीडियो चैट पर उन्होंने जैकी का ऑडिशन लिया था. इसकी शुरुआत में ही जैकी श्रॉफ़ ने बता दिया था कि उन्हें एक्टिंग करने का बहुत एक्सपीरियंस है. उनके चेहरे की मासूमियत और ईमानदारी सुभाष घई को पसंद आ गई और उन्होंने तभी तय कर लिया कि वो जैकी को एक रोमांटिक एक्शन हीरो के रूप में लॉन्च करेंगे.
वहीं जैकी को लग रहा था यार ये होगा कैसे. उनके मन में ये सवाल था कि रोल तो मिल गया पर अब ये करेंगे कैसे? पर उन्होंने हार नहीं मानी और शुरू कर दी फ़िल्म की शूटिंग.
सुभाष घई ने जैकी श्रॉफ़ को फ़िल्म हीरो में एक ऐसे गुंडे के रूप में लॉन्च किया था, जिसका दिल साफ़ है, उसे बांसुरी बजाना पसंद है. एक लड़की के प्यार में पड़कर वो अपराध के रास्ते को त्यागने को तैयार हो जाता है. इस फ़िल्म की कहानी और एक्टर दोनों ही दर्शकों को पसंद आए.
इस फ़िल्म को ऑल टाइम ब्लॉक बस्टर घोषित किया गया था और कुछ शहरों में तो 750 दिनों तक इसके शो चले थे. हीरो फ़िल्म के रिलीज़ होने के बाद जैकी और मीनाक्षी रातों रात स्टार बन गए थे. सुभाष घई को आज भी गर्व है कि उन्होंने इस फ़िल्म का निर्माण किया जो हिंदी सिनेमा की सदाबहार फ़िल्मों में गिनी जाती है.
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