लोग पतंग उड़ाते हैं, ताकि दूसरी पतंगों को कांट सकें. लेकिन डेली सोप वाले थोड़ा हट कर हैं. वो तो जनता का काटने के लिए पतंगबाज़ी करते हैं. न यक़ीन हो तो ‘इश्क़ की दास्तान नागमणि’ (Ishq Ki Dastaan Naagmani) का ये ज़हरीला वायरल वीडियो (Viral Video) देख लो. आंखें नीली न पड़ जाएं तब कहना!

अब हुआ यूं कि पतंगबाज़ी का माहौल सेट है. हीरो और विलनिया वुमनिया के बीच पेंच लड़ रहा है. पूरा लखैरा परिवार पीछे चियर लीडर बना हुआ है. मगर फिर कांड हो गया. जिसको हम हीरो समझे थे, वो महालुल्ल प्राणी निकला. काहे कि पतंग उड़ाते-उड़ाते ये चोमू छत से नीचे लुढ़क गया. वो भी गुलाटी मारता हुआ.

मगर मेन ज़हर तो अब हमारी आंखों में घुलना था. वो काम किया सीरियल की हीरोइन ने. काहे कि बहन हमारी जीजा जी के प्यार में छत से ही फांद बैठी. मरने के लिए नहीं, बल्क़ि बचाने के लिए.

पहले तो हमें लगा कि अब छत से फांदी है तो कुछ सोच कर ही फांदी होगी. पैराशूट होगा या उड़ना आता होगा या फिर अमरता का वरदान लिए बैठी होगी. मगर नहीं, इस सटकेली के पास ऐसा कुछ नहीं था, लेकिन जो था उसको देख कर हमारी सटक गई.

अपन क्या देखते हैं कि अचानक ही हवा में उसने एक बड़ी पतंग को पकड़ लिया और फिर दूसरे हाथ से हीरो को जकड़ लिया. अब दोनों उस पतंग पर लटके हुए उड़े जा रहे. हीरो की अम्मा चिल्ला रहीं, ‘बेटा घबराओ नहीं, हम लोग खींच लेंगे.’ हम कहे माता जी जितना फेंक दी हो, उतना तो ना खींच पाओगी. मगर तब ही सब एक सुर में चिल्लाने लगे, ‘पतंग वाला मांझा यहां है, सब मिलकर खींचिए.’

उधर हीरो लटके-लटके बोल रहा, ‘पागल हो गई पारो, क्या सोच कर मेरे पीछे कूदी?’  अरे हम कहे पागल पारो नहीं, हमारो बुद्धि हो गई थी, जो ये बकलोली देख ली. मगर क्या फ़ायदा, अब तक मेरी आंखे पूर्ण रूप से नीली पड़ चुकी थीं. साइंस और लॉजिक मुझे दिखना बंद हो गए थे. बस उनकी बचाओ-बचाओ की आवाज़ ही मेरे कानों में गूंज रही थी.

यहां देखें Ishq Ki Dastaan Naagmani का ये ज़हरीला Viral Video

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