2019 की शुरुआत ‘उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक’, ‘चीट इंडिया’, ‘ठाकरे’ और ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ़ झांसी’ जैसी फ़िल्मों के साथ हुई. हांलाकि, ये तो बस आगाज़ है, क्योंकि काफ़ी अच्छी और बड़ी फ़िल्में अभी रिलीज़ होने को बाकी हैं. इन्हीं के साथ इस साल हमें बॉलीवुड में कुछ बेहतरीन बायोपिक भी देखने को मिलेंगी, जो कि हमारे देश की शक्तिशाली महिलाओं की ज़िंदगी पर आधारित हैं. 

आइये जानते हैं ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ़ झांसी’ के बाद अब कौन-कौन सी महिला प्रधान फ़िल्में रिलीज़ होने को तैयार हैं: 

1. छपाक 

ये फ़िल्म एसिड अटैक सर्वाइवर और बहादुर महिला लक्ष्मी अग्रवाल की ज़िंदगी पर आधारित है. मेघना गुलज़ार के निर्देशन में बनी इस फ़िल्म की लीड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण हैं. दीपिका के अपोजिट फ़िल्म में विक्रांत मसी होंगे. इसके साथ ही बतौर प्रोड्यूसर ये दीपिका की पहली फ़िल्म होगी.  

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2. साइना नेहवाल 

इस साल हमें बड़े पर्दे पर देश का नाम रौशन करने वाली बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल की उपलब्धियां और संघर्ष देखने को मिलेंगे. साइना का रोल अभिनेत्री श्रद्धा कपूर निभा रही हैं और फ़िल्म का निर्देशन अमोल गुप्ते कर रहे हैं. भूषण कुमार के प्रोडक्‍शन तले बन रही ये फ़िल्म श्रद्धा के फ़िल्मी करियर के लिए अच्छी मानी जा रही है.  

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3. शकीला 

शकीला की कहानी 90 के दशक की एडल्ट फ़िल्म स्टार शकीला के जीवन पर आधारित है. इसका निर्देशन इंद्रजीत लंकेश कर रहे हैं और मुख़्य भूमिका एक्ट्रेस ऋचा चढ्ढा निभा रही हैं. कहा जाता है कि शकीला के फ़िल्मी करियर की शुरुआत छोटे-मोटे रोल से हुई थी, इसके बाद देखते ही देखते वो सुपरस्टार बन गई.  

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4. वुमनिया  

अनुराग कश्यप की ये बायोपिक देश की 2 बुज़ुर्ग महिला शूटर चंद्रो तोमर और उनकी देवरानी प्रकाशी तोमर की ज़िंदगी पर आधारित है. फ़िल्म का लीड रोल तापसी पन्‍नू निभा रही हैं, जिसमें वो महिला शूटर की भूमिका निभाती नज़र आयेंगी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फ़िल्म फरवरी में रिलीज़ हो सकती है.  

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5. गुंजन सक्सेना 

गुंजन सक्सेना भारत की पहली लड़ाकू एविएटर हैं और अब इनकी ज़िंदगी की असलियत हमें बड़े पर्दे पर देखने को मिलेगी. गुंजन का रोल फ़िल्म धड़क से बॉलीवुड डेब्यू करने वाली जान्हवी कपूर निभा रही हैं. गुंजन वही बहादुर और होनहार महिला हैं, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किये बिना 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान कई घायल सैनिकों को नई ज़िंदगी दी थी.  

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इन फ़िल्मों से एक चीज़ साफ़ है कि इस साल बॉलीवुड में इन दंबग महिलाओं का बोलबाला रहेगा, इसके साथ ही उम्मीद हैं कि ये बायोपिक दर्शकों की उम्मीदों पर खरी उतरेंगी.