अगर राजकुमार राव ने मसान में विक्की कौशल वाला रोल न छोड़ा होता, तो क्या होता?
बस एक बड़े कलाकार को बड़ी पहचान मिलने में थोड़ी और देर हो जाती. लेकिन देर-सबेर विक्की कौशल की काबिलियत दुनिया के सामने आती ज़रूर. भले ही विक्की के ख़ाते में अभी बहुत सारे किरदार और अच्छी फ़िल्में नहीं हैं लेकिन जितने भी हैं, उन पर विक्की कौशल की एक्टिंग का मुहर लगी हुई है.
ये भले ही विक्की कौशल के करियर की शुरुआत है लेकिन इतने कम समय में इस अदाकार ने सबको प्रभावित कर दिया है. आलोचक विक्की को लंबी रेस का घोड़ा मानते हैं.
पिता शाम कौशल इंडस्ट्री के जाने-माने स्टंट मैन और एक्शन डायरेक्टर हैं. बेटे की ज़िंदगी में ज़्यादा उतार चढ़ाव न आए इसलिए उन्होंने विक्की से इंजीनियरिंग करवा दी. एक ट्रेनिंग सत्र में विक्की कौशल को महसूस हुआ, दफ़्तर में बैठने वाला काम उनसे ज़िंदगीभर नहीं हो पाएगा.
एक्टिंग की क्लासेस लीं और गैंग्स ऑफ़ वासेपुर में सहायक निर्देश्क के रूप में जुड़ गए. एक्टिंग में सुधार के लिए थियेटर भी करने लगे. मानव कौल, नसीरुद्दीन शाह जैसे थियेटर के बड़े नामों के साथ काम किया. ‘लव शव ते चिकन खुराना (2012)’ से बड़े पर्दे का रिबन काटा, लेकिन रोल छोटा था.
इस बीच एक शॉर्ट फ़िल्म में भी काम किया, बॉम्बे वॉल्वेट में भी इंस्पेक्टर के रोल में दिखे. काम अपने रफ़्तार से चल रहा था, फिर मसान आई और रफ़्तार तेज़ हो जाती. अवॉर्ड-शवॉर्ड, नाम-वाम, आलोचक ख़ुद फ़ैन बन गए.
रमन राघव 2.0 में विक्की ने नशे के आदी एक पुलिस ऑफ़िसर का किरदार निभाया. ये अलग किरदार था, पहले से मुश्किल. हालांकि फ़िल्म नहीं चल पाई लेकिन थियेटर से निकलते समय सब ने विक्की कौशल की तारीफ़ की. अब तक फ़िल्म इंडस्ट्री की निगाहें विक्की की ओर मुड़ चुकी थीं.
कमली को कौन नहीं जानता! संजू पूरी तरह से रणबीर कपूर की फ़िल्म थी, बावजूद इसके विक्की कौशल ने अपनी जगह बना ली और किरदार को यादगार बना दिया. इससे पहले रिलीज़ हुई राज़ी में भी विक्की साइड रोल में ही थे, फिर भी वो दर्शकों की निगाहों पर चढ़ें.
मेनस्ट्रीम से अलग विक्की ने वेब मीडियम के लिए भी काम करना शुरू कर दिया. ‘लव पर स्कॉयर फ़ीट’ और ‘लस्ट स्टोरी’ नेटफ़्लिक्स पर रिलीज़ हुई.
मनमर्ज़ियां थियेटर में लग चुकी है, आपने अब तक फ़िल्म न सही ट्रेलर और गाने देख लिए होंगे. तापसी पन्नु को डर था विक्की कौशल कहीं उनकी Screen Presence को खा न जाए. ट्रेलर देख कर तो लगता है, उनका डर जायज़ था.
उनकी अगली फ़िल्म उरी है. ये साल 2016 में हुए उरी आतंकवादी हमले के ऊपर आधारित है. विक्की का किरदार एक फ़ौजी का होगा. इसके लिए वेट ट्रेनिंग भी की है.
हम अभी उनकी एक बड़ी सोलो फ़िल्म के इंतज़ार में हैं. एक दो साल के भीतर ही ये मुराद भी पूरी हो जाएगी. तब तक विक्की कौशल को जौहर को देखते रहिये!