‘रांझणा’ में अगर ‘कुंदन’ (धनुष) और ‘ज़ोया’ (सोनम कपूर) आपके मन में घर कर गए हैं, तो ‘बिंदिया’ को भी आप किसी क़ीमत पर नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते. यही बात ‘पायल’ में भी दिखती है. ‘तनु'(कंगना रनौत) अगर आपको खिलखिलाने पर मजबूर कर देती है, तो उसकी दोस्त पायल भी कुछ कम नहीं.
जहां रोल्स को लेकर स्टार्स ज़्यादा संजीदा रहते हैं, वहीं स्वरा ने ‘अनारकली ऑफ़ आरा’ में अपने अभिनय का जादू बिखेरा.
बॉलीवुड में किसी ‘गॉडफ़ादर’ का हाथ अगर सिर पर न हो, तो क़ामयाबी की गैरेंटी ज़रा कम हो जाती है (हां वहीं नेपोटिज़्म), ये बात उतनी ही सही है, जितना ये कि 1 दिन में 24 घंटे होते हैं.
स्वरा के पिता चित्रापु उदय भास्कर नेवल अफ़सर हैं और मां जेएनयू में प्रोफ़ेसर हैं. यानि माता-पिता फ़िल्मों के क्षेत्र से मीलों दूर. डीयू से इंग्लिश लिट्रेचर में ग्रैजुएशन करने के बाद स्वरा ने जेएनयू ने समाजशास्त्र में पोस्ट-ग्रैजुएशन किया. फ़िल्मों का सफ़र 2008 में मुंबई ले गया और आज भी उनका सफ़र जारी है.
स्वरा ने प्रमुख नायिका की भूमिका में बहुत कम फ़िल्में की हैं पर इनसे उनकी प्रतिभा को कहीं से कम नहीं समझा जाना चाहिए. वक़्त-बेवक़्त स्वरा ने ऐसे विषयों पर मत रखा है जिस पर आमतौर पर लोग बात नहीं करते.
स्वरा भास्कर जहां एक तरफ़ अपने काम में नंबर 1 हैं वहीं वो अपने नज़िरये को बेबाकी से रखती हैं. न सिर्फ़ फ़िल्मों, अभिनेताओं पर स्वरा ने देश और समाज के मुद्दों पर भी कई दफ़ा रखी है अपनी राय.
किसानों की बदहाली पर
स्वरा भास्कर ने किसान संसद को सपोर्ट किया था और किसानों की बदहाली पर भी समय-समय पर बात करती हैं. बहुत कम चेहरे हैं इंडस्ट्री में जो देश के किसानों पर बात करते हैं.
अभिनेता और अभिनेत्रियों को एक सी पगार न मिलने पर कही लॉजिकल बात
इंडस्ट्री में कभी-कभी अभिनेताओं को अभिनेत्रियों से तीन गुना ज़्यादा पगार मिलती है. स्वरा का कहना है कि ये सूरत बदल सकती है और उन्होंने News Click को दिए एक इंटर्व्यू में कहा कि अभिनेताओं और अभिनेत्रियों की पगार उनके काम करने के दिन के हिसाब से मिलनी चाहिए. ये बात काफ़ी लॉजिकल है.
ज़ायरा वसीम का सपोर्ट
ज़ायरा वसीम ने जब एक व्यक्ति पर सेक्शुअल हैरेसमेंट के चार्जेस लगाए, तब मीडिया के कुछ लोगों ने उसे ‘पब्लिसिटी स्टंट’ करार दिया. स्वरा ने खुलकर ज़ायरा का साथ दिया और मीडिया को इस तरह की हरकत के लिए फ़टकारा भी.
परेश रावल को दिया करारा जवाब
परेश रावल ने अरुंधति रॉय के लिए जब अपशब्द लिखे, तब स्वरा ने न सिर्फ़ ट्विटर पर बल्कि फ़ेसबुक पर भी परेश की निंदा की. हालांकि उन्हें ट्रोल किया गया, पर वो पीछे नहीं हटी.
Sexual Harassment पर
ये एक ऐसा विषय है जिसके बारे में जानते सब हैं, बातें बहुत कम लोग ही करते हैं. इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच, Sexual Harassment, और सेट पर छेड़खानी पर स्वरा ने खुलकर बात की. Mumbai Mirror से बातचीत में उन्होंने ये कहा कि सभी अपनी ताकत का ग़लत इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने महिलाओं को इस पर खुल कर बोलने के लिए भी प्रेरित किया.
Extra-Marital Affair
इस Controversial विषय पर स्वरा ने साफ़ कहा कि शादी से बाहर सेक्स से ज़्यादा ख़तरनाक है, लगातार बोले जाने वाले झूठ. जब रिश्ता किसी ऐसे मोड़ पर आ जाये, तो सोचने की सख़्त आवश्यकता है.
स्वरा बॉलीवुड का उभरता सितारा हैं और हम में से बहुत लोगों को उनकी एक बात तो सिखनी ही चाहिए, Stand लेना.
Feature Image Source- News On Floor