बॉलीवुड की मशहूर सिंगर लता मंगेशकर को उनकी बेहतरीन गायकी के लिए ‘स्वर कोकिला’ के नाम से भी जाना जाता है. आज भी लाता दीदी का गाया हर एक गाना सुनने भर से ही दिल को सुकून सा मिलता है. लता दीदी अब तक 25,000 से अधिक गाने गा चुकी हैं. आज से 47 साल पहले लता दीदी के इन्हीं गानों को लेकर एक विवाद भी हुआ था.
आइये जानते हैं क्या था वो विवाद?
लता मंगेशकर ने सन 1974 में सबसे अधिक सॉन्ग गाने वाली गायिका के तौर पर ‘गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में अपना नाम दर्ज कराया था. इस दौरान बताया गया था कि लता दीदी ने सन 1948 से 1974 तक सोलो, ड्यूट और कोरस सिंगर के तौर पर लगभग 25,000 गाने गाये हैं, ये संख्या 20 से अधिक भारतीय भाषाओं को मिलाकर बताई गयी थी.
इसके बाद बॉलीवुड के एक और मशहूर सिंगर मोहम्मद रफ़ी ने भी ‘गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ को पत्र लिखकर दावा कर दिया कि उन्होंने सोलो, ड्यूट और कोरस सिंगर के तौर पर 28,000 गाने गाये हैं. हालांकि, गिनीज़ बुक के दूसरे एडिशन के आने से पहले ही सन 1980 में रफ़ी साहब का निधन हो गया. इसके बाद सन 1987 में जब ‘गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ का नया एडिशन आया तो उसमें मोहम्मद रफ़ी के नाम के साथ लता मंगेशकर का नाम भी शामिल था.
मोहम्मद रफ़ी के निधन के बाद भी लता मंगेशकर लगातार गाने गा रहीं थी. लता दीदी के मुताबिक़ सन 1990 तक उनके गानों की संख्या 30,000 को पार कर चुकी थी. इसके बाद 1990 में ही लता मंगेशकर के इन रिकॉर्ड्स पर विवाद शुरू होने लगा. तथ्यों की प्रमाणिकता पर सवाल खड़े होने लगे. क्योंकि ये रिकॉर्ड्स फ़िल्मी पत्रिका, आर्टिकल्स, न्यूज़ आदि को आधार बनाकर दर्ज किए गये थे, लता दीदी के पार इस संबंध में कोई भी प्रामाणिक और लिखित विवरण उपलब्ध नहीं थे.
इसके बाद ‘गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ की तरफ से लता मंगेशकर से उनके द्वारा गाए गए गानों के प्रमाण और तथ्य प्रस्तुत करने के लिए कहा गया, जिसे वो पेश करने में वे असमर्थ रही. क्योंकि उनके पास उनके गाये गानों का कोई लिखित रिकॉर्ड नहीं था. इसके बाद ‘गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ ने सन 1991 के एडिशन में लता मंगेशकर और मोहम्मद रफ़ी दोनों का ही नाम हटा दिया. इस दौरान सन 1991 से 2010 तक ये कैटेगरी खाली रही.
इस बीच लता मंगेशकर की छोटी बहन आशा भोंसले गुपचुप तरीके से अपने गीतों को संग्रहित करने में लगी हुई थीं. साल 2010 में आशा ताई ने 1948 से 2010 तक ख़ुद के गाये गानों का विवरण प्रमाणिक तथ्यों और लिखित विवरण के साथ पेश कर ‘गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में अपना नाम दर्ज़ कराया. इस दौरान दावा किया गया कि आशा भोंसले ने सन 1948 से 2010 तक 20 भारतीय भाषाओं में 11,000 से अधिक गाने गाए हैं.
साल 2011 के एडिशन में आशा भोंसले का नाम विश्व में सबसे अधिक गाना गाने वाली गायिका के तौर पर ‘गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में दर्ज किया गया. हालांकि, वर्तमान में ये रिकॉर्ड दक्षिण भारत की मशहूर गायिका पी सुशीला के नाम है.