24 सितबंर 2019 को महानायक अमिताभ बच्चन साहब को दादा साहब फ़ाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई. दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड हिंदी सिनेमा का सबसे बड़ा सम्मान है, जिसकी घोषणा से बिग बी के साथ-साथ उनके फ़ैंस भी बेहद ख़ुश दिखाई दे रहे हैं. वैसे इस तारीख़ का बिग बी से बेहद ख़ास नाता है. 

24 सितंबर 1982 

यही वो तारीख़ है, जब बच्चन साहब मौत को मात देख कर अपने घर वापस लौटे थे. अब जिन लोगों को ये किस्सा नहीं पता है, उन्हें बच्चन साहब की ज़िंदगी का ये किस्सा सुनकर हैरानी होगी. 

wikipedia

एक्शन सीन में बिग बी हुए थे घायल

26 जुलाई 1982 को मनमोहन देसाई की फ़िल्म ‘कुली’ की शूटिंग के दौरान अमिताभ पुनीत इस्सर के साथ एक एक्शन सीन शूट कर रहे थे. इस सीन में पुनीत इस्सर अमिताभ बच्चन को मुक्का मारने वाले थे. हुआ ये कि जैसे शूटिंग शुरू हुई, तो बच्चन साहब ग़लत वक़्त पर जंप कर बैठे. इस वजह से पुनीत इस्सर का मुक्का बच्चन साहब के पेट पर जा लगा. बिग बी को ये मुक्का काफ़ी ज़ोर से लगा था. इसके साथ ही पास में पड़ी टेबल भी उनके पेट पर लग गई थी, जिससे उन्हें काफ़ी गहरी चोट आ गई.  

Thelallantop

इस हादसे के बाद शूटिंग रुक गई और बिग बी आराम करने के लिये घर चले गये. पर कुछ समय बाद ही उनकी हालत बिगड़ने लगी, जिस वजह से उन्हें बंगलुरु के सेंट फ़िलोमेनाज़ हॉस्पिटल में एडमिट करवाना पड़ा. ख़राब हालत को देखते हुए डॉक्टर्स ने उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल के लिये रेफ़र कर दिया. 

thelallantop

बिग बी ने 2 अगस्त 2015 में लिखे गये ब्लॉक में इस किस्से का ज़िक्र किया था. बिग ने लिखा था कि हादसे के बाद 8 दिनों के भीतर ही उनकी दो सर्जरी की गई थीं. पर तबीयत ठीक होने का नाम नहीं ले रही थी, जिस वजह डॉक्टर्स भी लगभग उन्हें मृत ही समझ रहे थे. इतना ही नहीं, डॉक्टर ने जया बच्चन को ये कह कर ICU में भेजा था कि इससे पहले कि वो दुनिया छोड़ दें, आप आखिरी बार अपने पति से मिल लो. 

thelallantop

हालांकि, डॉक्टर उदवाडिया ने अपनी आखिरी कोशिश भी जारी रखी. डॉक्टर उदवाडिया ने उनको कई कॉर्टिसन इंजेक्शन दिए, जिसके बाद चमत्कार हुआ और बिग बी के पैरे के अंगूठे में मूवमेंट हुई. ये चीज़ सबसे पहले जया बच्चन ने नोटिस की और चिल्लाई की ‘देखो, वो ज़िंदा हैं’. 

अब बिग बी होश में आ चुके थे पर फिर भी उन्हें घर पहुंचने में लगभग दो महीने का वक़्त लग गया था. मौत को मात देकर 24 सितंबर 1982 बिग बी अपने घर पहुंचे. घर पहुंचते ही जैसे ही उन्होंने अपने पिता डॉ. हरिवंश राय बच्चन को देखा, उनसे लिपट कर रोने लगे. नई ज़िंदगी मिलने के बाद बिग बी ने इस लेख के ज़रिये सभी का शुक्रिया भी अदा किया. 

ये सबकी दुआओं और डॉक्टर की मेहनत का ही असर था, जो बिग बी इतने बड़े हादसे से बच कर वापस आ गये और अब दादा साहब फाल्के अवॉर्ड भी ग्रहण करेंगे. 

Entertainment के और आर्टिकल पढ़ने के लिये ScoopWhoop Hindi पर क्लिक करें.