अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) और राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) इलाहाबाद के दिनों से ही अच्छे दोस्त थे. गांधी और बच्चन परिवार पहले इलाहाबाद में ही रहते थे. राजीव और अमिताभ की पहली मुलाकात अमिताभ के बर्थडे पर हुई थी. तब अमिताभ 4 साल के, जबकि राजीव 2 साल के थे. इस दौरान इंदिरा गांधीजी, राजीव को अपनी गोद में लिए अमिताभ के चौथे बर्थडे पर उनके घर पहुंची थीं. इन दोनों बच्चों के जन्म से पहले ही बच्चन और गांधी परिवार के बीच मित्रता थी.
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अमिताभ बच्चन जब माया नगरी में संघर्ष कर रहे थे तब राजीव गांधी ने उनका कदम-कदम पर साथ दिया था. अमिताभ बच्चन को राजनीति में लाने का श्रेय भी राजीव गांधी को ही जाता है, जब वो कांग्रेस के टिकट पर इलाहाबाद से चुनाव लड़े और जीते भी. हालांकि, बोफोर्स कांड के बाद अमिताभ ने राजनीति से दूरी बना ली. राजीव गांधी की मौत के बाद अमिताभ बच्चन ने गांधी परिवार से भी दूरी बना ली, लेकिन बचपन की ये दोस्ती राजीव गांधी की अंतिम सांस तक अटूट रही.
अब आते हैं मुद्दे की बात पर-
बात उन दिनों की है जब अमिताभ बच्चन बॉलीवुड में स्ट्रगल कर रहे थे. मुंबई शिफ़्ट हुए तो जेब में इतना पैसा नहीं था कि बड़ा फ़्लैट लेकर रह सके. इसलिए तब के मशहूर एक्टर-कॉमेडियन महमूद के भाई अनवर के साथ रूम शेयर करके रहने लगे. अनवर का रूम पार्टनर होने की वजह से अमिताभ की महमूद से भी खूब पटती थी, अक्सर सभी एक साथ बैठकर बातें किया करते थे.
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ऐसे ही एक शाम अमिताभ बच्चन एक गोरे-चिट्टे और स्मार्ट लड़के के साथ अनवर के रूम पर पहुंचे. इस दौरान महमूद भी फ़्लैट में ही मौजूद थे. अमिताभ का दोस्त होने के चलते अनवर भी इस लड़के से परिचित थे. इस बीच अनवर ने महमूद से इसका परिचय कराना चाहा, लेकिन नशे में धुत महमूद उनकी कोई बात समझ ही नहीं पाए और तुरंत ही अपनी जेब से 5000 रुपये निकालकर इस लड़के के हाथों में रख दिए.
महमूद उस दौर में एक्टर के साथ ही डायरेक्टर-प्रोड्यूसर भी थे. इसलिए सोचा अमिताभ किसी स्ट्रगलर एक्टर दोस्त को अपने साथ लाये हैं, लेकिन ये स्ट्रगलर कोई आम आदमी नहीं, बल्कि देश के प्रधानमंत्री का बेटा राजीव गांधी था. इस दौरान कोई कुछ समझ पाता उससे पहले महमूद जोश में आते हुए बोले- ‘ये लड़का अमिताभ से कहीं ज़्यादा गोरा-चिट्टा और स्मार्ट है. देखना ये एक दिन बहुत बड़ा इंटरनेशनल स्टार बनेगा’.
इतने में महमूद ने अपनी जेब से 5000 रुपये निकाले और राजीव गांधी के हाथ पर रखते हुए बोले, ‘ये 5000 रुपये तुम्हारे लिए मेरे अगले प्रोजेक्ट में काम करने के लिए बतौर साइनिंग अमाउंट है’. ये देख राजीव गांधी, अमिताभ बच्चन और अनवर भौचक्के रह गए. कुछ समय बाद जब नशा उतरा तो महमूद को राजीव गांधी के बारे में बताया गया. इसके बाद ये सभी ज़मीन पर लोट-पोटकर खूब हंसे.
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