1980 में एक फ़िल्म आई थी ‘शान’ जिसे फ़ेमस डायरेक्टर रमेश सिप्पी ने डायरेक्ट किया था. इस फ़िल्म के विलेन शाकाल की दहशत ने लोगों ऑनस्क्रीन ख़ूब डराया था. वो गंजा और ख़तरनाक किरदार लोगों के बीच काफ़ी पॉपुलर हुआ था. उस दौर में भी उसके चर्चे थे और आज के दौर में भी शाकाल पर सोशल मीडिया पर ख़ूब मीम बनाए जाते हैं. 

अपनी लाजवाब एक्टिंग से लोगों का दिल जीतने वाले इस विलेन का रोल निभाया था कुलभूषण खरबंदा(Kulbhushan Kharbanda) ने. इस मूवी में अमिताभ बच्चन, शशि कपूर और शत्रुघ्न सिन्हा जैसे स्टार्स थे. इन सब के बावजूद कुलभूषण खरबंदा के खलनायक वाले किरदार ने काफ़ी सुर्खियां बटोरी थीं. उनकी एक्टिंग की बहुत से लोगों ने तारीफ़ की थी.    

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90 के दशक के इस विलेन ने कई फ़िल्मों में दमदार एक्टिंग कर अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया था. चलिए आज आपको बताते हैं कि ये मशहूर विलेन यानी कुलभूषण खरबंदा इन दिनों कहां हैं और क्या कर रहे हैं.   

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 कॉलेज के दिनों में ही एक्टिंग करने लगे थे  

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कुलभूषण खरबंदा हिंदी सिने जगत के वरिष्ठ उम्दा कलाकारों में से एक हैं. उन्होंने इंडस्ट्री में अपने करियर की शुरुआत बतौर थिएटर आर्टिस्ट की थी. कुलभूषण पंजाब के रहने वाले हैं उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन की है. कॉलेज के दिनों से ही कुलभूषण को अभिनय का शौक़ था. कॉलेज में रहते हुए उन्होंने कई नाटकों में हिस्सा लिया था. 

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दोस्तों के साथ बनाया था थिएटर ग्रुप

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ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर ‘अभियान’ नाम से एक थिएटर शुरू किया था. कई सालों तक थिएटर में अपनी एक्टिंग को तराशने के बाद उन्होंने बॉलीवुड का रुख किया. कुलभूषण ने 1974 में आई फ़िल्म ‘जादू का शंख’ फ़िल्मों में काम करना शुरू किया था. इसके बाद उन्होंने कई फ़िल्मों में काम कर लोगों का दिल जीता. शाकाल के अलावा उन्होंने बहुत-सी फ़िल्मों साइड रोल किए, लेकिन कुलभूषण ने इन्हें ऐसा निभाया कि वो हमेशा-हमेशा के लिए लोगों की यादों में बस गए. 

कुलभूषण खरबंदा ने निभाए यादगार किरदार

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फिर चाहे बात ‘अर्थ’ के इंदर मल्होत्रा की हो या फिर ‘बॉर्डर’ के हलवादार भागीरथ की. आमिर ख़ान की सुपरहिट फ़िल्म ‘जो जीता वही सिकंदर’ में इन्होंने इनके पिता का रोल निभाया था, जिसमें बहुत से दर्शकों ने अपने शख़्त लेकिन प्यार करने वाले पिता की झलक देखी थी. कुलभूषण खरबंदा भले ही बूढ़े हो गए हों लेकिन इन्होंने एक्टिंग करना नहीं छोड़ा. 

चोट ठीक होने के बाद की वापसी 

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2011 में मध्य प्रदेश के पन्‍ना में एक फ़िल्म की शूटिंग के दौरान वो घोड़े से गिर गए थे. इसके कारण उनके पैर में फ्रै़क्‍चर आए थे. उन्हें इसके चलते काफ़ी दिनों तक फ़िल्मों से दूर रहना पड़ा. मगर ठीक होने के बाद उन्होंने फिर से कमबैक किया वेब सीरीज़ के ज़रिये. उन्होंने फ़ेमस वेब सीरीज़ ‘मिर्ज़ापुर’ में कालीन भैया के पिता सत्यानंद त्रिपाठी का दमदार रोल प्ले किया था. एक बुज़ुर्ग जो भले ही व्हीलचेयर पर हो पर उसका दिमाग़ अभी भी बहुत शातिर है. उनके इस ग्रे शेड वाले किरदार की दर्शकों ने ही नहीं क्रिटिक्स ने भी तारीफ़ की थी. 

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अभी भी वो फ़िल्मों में अहम किरदार निभाने में बिज़ी हैं. फ़िलहाल वो टीवी एक्ट्रेस रुबीना दिलैक की डेब्यू मूवी ‘अर्ध’ की शूटिंग में बिज़ी हैं. इस फ़िल्म में वो एक अहम किरदार निभाते दिखाई देंगे.