Who is Jhund Actor Ankush Gedam: हालही में हुए फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड्स (Filmfare Awards) में बेस्ट फ़िल्म का अवॉर्ड फ़िल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ को मिला था. उसमें एक नाम और निकलकर आया, “अंकुश गेडाम’. जिसने बेस्ट डेब्यू मेल केटेगरी में फ़िल्म ‘झुंड’के लिए अवॉर्ड जीता था. जिसके बाद आजकल वो काफ़ी चर्चा में चल रहे हैं. साथ ही उनकी कहानी भी उनकी तरह बहुत यूनिक थी. चलिए इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको उनकी इंस्पायरिंग स्टोरी के बारे में बताते हैं. (Actor Ankush Gedam Struggle Story)
कौन हैं बॉलीवुड फ़िल्म ‘झुंड’ के एक्टर अंकुश गेडाम (Who is Ankush Gedam In Hindi)-
Jhund Actor Ankush Gedam
फ़िल्म ‘झुंड’ 4 मार्च 2022 में रिलीज़ हुई थी. जिसमें अमिताभ बच्चन सहित बहुत से मराठी एक्टर्स ने काम किया था. ये एक स्पोर्ट्स/ड्रामा फ़िल्म है, जो Slum Soccer NGO के फाउंडर विजय बरसे पर आधारित है. लेकिन इस फ़िल्म में एक और एक्टर ने ज़बरदस्त काम किया था, जिसका नाम है ‘अंकुश गेडाम’. इस फ़िल्म में अंकुश ने डॉन नाम का किरदार निभाया था.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि अंकुश की कास्टिंग काफ़ी अलग तरह से हुई थी. कहते हैं न क़िस्मत से ज़्यादा और किस्मत से कम किसी को नहीं मिलता? ऐसा ही अंकुश के साथ हुआ. रातों रात उनकी क़िस्मत कुछ ऐसी चमकी की अब पूरा देश उन्हें जानता है. तो कुछ यूं हुई उनकी सिनेमाई करियर की शुरुआत.
“सड़क से स्टार बन गए अंकुश“
BBC मराठी से बातचीत के दौरान अंकुश ने बताया कि, “मुझे सड़क पर से चुना गया था. मैं गणपति विसर्जन के जुलूस में नाच रहा था, तभी नागराज मंजुले के भाई भूषण मंजुले ने मेरी फ़ोटो और वीडियो ले लिए. बाद में मैंने उनसे पूछा, आपने मेरी फ़ोटो क्यों ली? उन्होंने मुझे बताया कि, हम एक शॉर्ट फ़िल्म बनाने जा रहे थे. एक काम करो ऑडिशन के लिए आ जाओ”
दरअसल, अंकुश का सिनेमा और फ़िल्मों से कोई लेना देना नहीं था. लेकिन कहते हैं न ‘किस्मत’! गलती से निर्देशक के भाई ने अंकुश का वीडियो बनाया और अब वो भारत में फ़ेमस हो गए हैं. ये फ़िल्म स्पोर्ट्स पर आधारित है, तो इसमें बहुत से बच्चों की ज़रूरत थी.
इस फ़िल्म के निर्देशक नागराज मंजुले हैं और उनके भाई ने ही अंकुश का वीडियो बनाया था उन्होंने इंटरव्यू में बताया कि
“लगभग इस फ़िल्म के लिए सभी बच्चे मिल गए, लेकिन डॉन नहीं मिला. उसकी एक तस्वीर मेरी आंखों के सामने थी और ऐसा कोई लड़का नहीं था, जो डॉन का क़िरदार निभा पाए. नागराज ने ये भी कहा कि जाने दो, देखते हैं अगली बार कब जाते हैं.
जाने से पहले मैं इसी तरह कार से आसपास घूम रहा था और वो गणपति विसर्जन का दिन था. गद्दी गोदाम (मुंबई) इलाके से जुलूस जा रहा था और जुलूस के सामने एक लड़का डांस कर रहा था. उसे देखकर मैं वहीं रुक गया और मेरे दिल ने बोला, मिल गया डॉन”.
अंकुश पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे थे
अंकुश ने इंटरव्यू में बताया कि “मैं पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा था, मैंने कभी ड्रग्स नहीं लिया जैसा कि फ़िल्म में दिखाया गया है. मुझे तो एक्टिंग भी नहीं आती थी. उन्होंने मुझे एक सीन दिया और कहा, ‘तुम एक अपराधी हो’ मैंने कहा, ‘मैं नहीं हूं’.
फ़िर मेरा वीडियो नागराज सर को भेजा गया और मात्र 2-3 दिन के भीतर मेरे पास फ़ोन आया और उन्होंने मुझे पुणे आने को कहा. पुणे में उन्होंने मुझे स्क्रिप्ट पढ़कर सुनाई. तब मुझे नहीं पता था कि मैं डॉन का रोल करने वाला हूं. मैं बता नहीं सकता कि जब मुझे पता चला तो मुझे कितनी खुशी हुई.”.
उन्होंने कहा, “पहले मैं लोगों के बीच खड़ा रहता था, आज बड़ी ख़ुशी की बात है कि लोग मेरे लिए खड़े हैं“
वाह क्या कहानी है अंकुश की!