‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ भारतीय टेलीविज़न इतिहास का एक ऐसा शो जो लगातार पिछले 10 सालों से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करता आ रहा है. ये शो 28 जुलाई, 2008 को पहली बार सब टीवी पर प्रसारित हुआ था. तब से लेकर अब तक लगातार अपनी शानदार प्रस्तुति और जानदार कहानी के दम पर ये शो हर साल कई टेलीविज़न अवॉर्ड्स जीतता है. आज आलम ये है कि इस शो के हर किरदार को घर-घर में लोग जानते हैं.
अब सवाल ये उठता है कि इस शो में आख़िर ऐसा क्या है कि ये पिछले 10 सालों से टिका हुआ है? अच्छे-अच्छे शो हिट होकर ख़त्म भी हो गए. लेकिन ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ जस का तस बना हुआ है.
इसकी कामयाबी को लेकर कई लोगों ने Quora से भी सवाल पूछे कि इस शो में ऐसी कौन सी बात है कि भारत में इसे लोग इतना पसंद करते हैं? इसके जवाब में Quora ने भी इस शो को लेकर कई अच्छे जवाब दिए.
वैसे तो इस शो के लोकप्रिय होने के बहुत से कारण हैं. लेकिन ये कुछ कारण हैं, जो इस शो को औरों से अलग बनाते हैं.
1- सबसे पहले तो इस शो की कहानी लाजवाब होती है. उसमें किसी भी प्रकार का आपत्तिजनक कंटेंट नहीं होता है.
2- आप ‘तारक मेहता का उलटा चश्मा’ को आप पूरे परिवार के साथ देख सकते हैं.
3- ये शो भारत के मिडिल क्लास परिवारों की जीवन शैली को दर्शाता है. यही इस शो की सबसे बड़ी यूएसपी है.
4- इसकी कहानी को हर आम आदमी अपने बेहद करीब पता है इसलिए लोग इससे जल्दी कनेक्ट होते हैं.
5- ‘तारक मेहता का उलटा चश्मा’ में अन्य सास-बहू सीरियल वाले ड्रामें नहीं होते.
6- इस शो में मिडिल क्लास लोगों की मुश्किलों और उनके संघर्ष को दिखाया जाता है.
7- हर मुश्किल में हंस-हंसकर कैसे जिया जाता है, उसे बख़ूबी दिखाया जाता है इस शो में.
8- परिवार के आदर्शों और उसके मूल्यों की कीमत क्या होती है, उसे बताया जाता है.
9- आपसी भाईचारे की मिसाल भी देता है ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’.
10- अलग-अलग समुदाय से होने के बावजूद मिल जुलकर कैसे रहा जाता वो देखने को मिलता है.
11- शो में अलग-अलग राज्य के लोगों को दिखाया गया है,जो जो एक दूसरे के कल्चर को सम्मान देते हैं.
12- गोकुलधाम सोसाइटी के लोग हर धर्म के त्यौहार को बड़ी धूम-धाम से मनाते हैं.
13- परिवार के छोटे सदस्य बड़ों को सम्मान देते हैं.
14- बहू अपने ससुर को उतना ही सम्मान देती है जितना अपने पिता को देती है.
15- हिन्दुस्तान के असल कल्चर को आप गोकुलधाम सोसाइटी में देख सकते हैं.
16- गोकुलधाम सोसाइटी का कोई भी परिवार मुसीबत में हो, तो सब आधी रात को भी मदद के लिए आ जाते हैं.
17- ये शो अपनी कहानी के ज़रिये भी कई सामाजिक मुद्दों पर लोगों को जागरूक करने का काम भी करता है.
18- जेठालाल और दया बेन अपने मज़ाकिया लहजे से लोगों को हंसाते हैं, तो बाबूजी अपने सख़्त व्यवहार से सबको कंट्रोल करते हैं.
19- नट्टू काका बीच-बीच में आकर जेठालाल को परेशान करते हैं, तो टप्पू बाबूजी का दुलारा है.
20- जहां भिड़े हर वक़्त गुस्से में रहते हैं, वहीं बबिता जी की मुस्कान हर किसी के चेहरे पर रौनक लाने का काम करती है.
21- पत्रकार पोपटलाल हमेशा अपनी शादी के लिए चिंतित रहते हैं, तो हाथी भाई को हमेशा कुछ न कुछ खाना पसंद है.
22- ये शो अपनी कहानी के ज़रिये भ्रष्टाचार, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, पर्यावरणीय समस्याएं और जल बचाव जैसे सामाजिक मुद्दों को लाता है.
अपनी इसी शानदार प्रस्तुति के कारण ही इस शो को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत नॉमिनेट भी किया था.