Yash Chopra Movies Messages: अगर हम ये कहें कि बॉलीवुड (को रोमांस की नई परिभाषा सिखाने वाले डायरेक्टर यश चोपड़ा ही थे, तो बिल्कुल ग़लत नहीं होगा. यश ने अपने करियर की शुरुआत 1995 से की थी. उनकी सबसे पहली फ़िल्म ‘धूल का फूल’ थी. इस फ़िल्म के बाद से यश ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. बॉलीवुड को ‘दीवार’, ‘सिलसिला’, ‘दिल तो पागल है’ जैसी कई आइकॉनिक फ़िल्में देने का क्रेडिट सिर्फ़ और सिर्फ़ यश को ही जाता है.
हालांकि, आपने शायद ही ये नोटिस किया हो कि उनकी फ़िल्मों हमेशा एक मैसेज के साथ एंड होती थीं. हाल ही में Pragyan Mohanty नाम की एक ट्विटर यूज़र ने अपने ट्विटर थ्रेड में अपने इस दिलचस्प ऑब्ज़रवेशन को शेयर किया है. इसमें यश चोपड़ा की कुछ फ़िल्मों और उनके अंत में दिए गए मैसेज की तस्वीरें हैं.
1. वक़्त (1965)
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2- आदमी और इंसान (1965)
इस फ़िल्म के एंडिंग मैसेज में लिखा था कि ‘ये एंड नहीं है, ये सिर्फ़ शुरुआत है’.

3. कभी कभी (1976)
इस मूवी के अंत में मैसेज लिखा था कि ‘प्यार ज़िंदगी है’.

4. काला पत्थर (1979)


5. सिलसिला (1981)

6. फ़ासले (1985)

7. चांदनी (1989)

8. लम्हे (1991)

9. दिल तो पागल है (1997)

10. जब तक है जान (2012)
