मैं पहले ही साफ़ कर दूं कि किसी तरह के नशे की लत, अपने और समाज के लिए बुरी होती है. लेकिन कुछ लोगों के लिए नशा दिमाग की वो खिड़कियां खोल देता है जो शायद चेतन दिमाग के लिए बंद होती हैं. दुनिया में कई महान लोग हुए हैं जिन्होनें ड्रग्स का इस्तेमाल अपने कार्य में निपुण होने के लिए किया था. आप इनके काम से प्रेरणा ले सकते हैं, लेकिन इनकी आदतों से नहीं. जानते हैं कुछ ऐसे ही लोगों को.
1. फ्रांसिस क्रिक- एलएसडी
नोबेल प्राइज़ विजेता और डीएनए की संरचना के सह-खोजकर्ता, फ्रांसिस क्रिक, अपनी सोचने की क्षमता को बढ़ाने के लिए, थोड़ी-थोड़ी मात्रा में एलएसडी का सेवन किया करते थे. क्रिक ने अपने एक दोस्त को ये भी बताया था कि जब उन्हें डीएनए की रचना का परिज्ञान हुआ था, तब वो एलएसडी के नशे में थे.
2. कैरी मुलिस- एलएसडी
क्रिक की एक पीड़ी बाद, कैरी मुलिस ने भी डीएनए को देखने की तकनीक को सुधारने के लिए नोबेल प्राइज़ जीता था. 1983 में आविष्कार की जाने वाली ये तकनीक आज बायो-मेडिकल रिसर्च में उपयोग होती है. मुलिस ने 1960 और 70 के दशक में एलएसडी का भरपूर उपयोग किया.
3. ब्रायन लूइस सॉन्डर्स- अलग-अलग ड्रग्स
सॉन्डर्स एक आर्टिस्ट हैं और मार्च 30, 1995 से अब तक हर दिन अपना एक पोर्ट्रेट बनाते आ रहे हैं. इसमें से कई पोर्ट्रेट उन्होंने दर्ज़नों तरह के ड्रग्स लेकर बनाये हैं. ऊपर दिया गया पोर्ट्रेट उन्होंने चरस ले कर बनाया था.
4. सिगमंड फ्रायड- कोकीन
साइकोथेरेपी के पूरे सिद्धांत फ्रायड ने कोकीन के नशे में विकसित कर दिए थे. अपने करियर की शुरुआत में उन्होंने कोकीन का नियमित रूप से सेवन किया. उन्होंने अपने अनुभव के बारे में कहा है कि उन्हें परम आनंद और आत्मसंयम का आभास होता था जिसकी वजह से वो अपने काम में ध्यान लगा पाते थे.
5. जॉन पेमबर्टन- मॉर्फीन
इस दुनिया को ‘कोका-कोला’ जॉन पेमबर्टन की ही देन है. उन्होंने इस ड्रिंक का आविष्कार तक किया जब वो मॉर्फीन के नशे में थे. सिविल वॉर के सिपाही, पेमबर्टन जंग के बाद ही मॉर्फीन के आदी हो गए थे. कोका-कोला का आविष्कार उन्होंने अपनी मॉर्फीन की लत को मिटाने के लिए किया था. वो तो हुआ नहीं, लेकिन कोका-कोला का फार्मूला बेचने के बाद वो बीमारी और गरीबी की अवस्था में चल बसे.
6. पॉल एर्डोस- एम्फेटामीन्स
20वीं शताब्दी के सबसे सफ़ल गणितज्ञों में पॉल एर्डोस का नाम था. उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ मिल कर करीब 1,500 पेपर प्रकाशित किये थे. इतने प्रभावशाली काम का राज़? एम्फेटामीन, जो उन्होंने 1971 के बाद लेना चालू कर दिया था. थोड़े समय बाद उनके दोस्त इस नशे की लत के कारण चिंतित होने लगे तो 2 महीनों के लिए पॉल ने एम्फेटामीन लेना पूरी तरह से बंद कर दिया. उन्होंने अपने अनुभव के बारे में बताया कि “एक महीने बाद जब मैं सुबह उठा और खाली पन्ने की तरफ़ देखा तो मुझे कोई आइडियाज़ नहीं आ रहे थे. एक सामान्य व्यक्ति की तरह”.
7. जॉन लेनन- एलएसडी
दुनिया के सबसे प्रचलित रॉक बैंड्स में से एक, ‘बीटल्स’, के मेंबर्स, जॉन लेनन, जॉर्ज हैरिसन और रिंगो स्टार ने एलएसडी का सेवन कर लिया. उनके साथ एक्टर पीटर फौंडा भी थे और नशे में वो सबको बताने लगे कि कैसे एक दिन उन्होंने एलएसडी कर के खुद को गोली मारने की कोशिश की थी. लेनन को उनकी ये बात अच्छी नहीं लगी और उनका मूड खराब हो गया. उन्होंने इस घटना के ऊपर एक गाना लिख दिया जो बहुत पॉपुलर हुआ. उस गाने का नाम था ‘She Said She Said’. नीचे वीडियो देखें…
8. जॉन सी. लिली- केटामिन और एलएसडी
जॉन लिली एक न्यूरोसाइंटिस्ट थे जो खुद के शरीर पर एक्सपेरिमेंट करने के लिए जाने जाते थे. उन्होंने डॉलफिंस की भाषा समझने के लिए एक रिसर्च सेंटर खोला था. 1960 के मध्य में उन्हें ड्रग्स की आदत लगी और उस नशे को वो अपनी रिसर्च का भाग बनाने लगे. वो डॉलफिंस से बात करने के लिए इस नशे का सहारा लेते थे.
9. माइक ड्रंट- एलएसडी
ग्रीन डे बैंड ने अपने रॉक म्यूज़िक से दुनिया में तहलका मचा दिया था. इस बैंड के बेस प्लेयर, माइक ड्रंट ने ‘लौंगव्यू’ गाने की ज़बरदस्त बेस लाइन एलएसडी के नशे में बनायी थी. वो एलएसडी ने नशे में रिकॉर्डिंग रूम में बेसुध से बैठे हुए था और अचानक ही उन्हें एक धुन का आईडिया आया और वो उन्होंने बजाना शुरू कर दिया. वो गाना आप यहां सुन सकते हैं.
10. कार्ल सेगन- चरस
एस्ट्रोफ़िज़िसिस्ट कार्ल सेगन इस अपार ब्रह्माण्ड की पहेलियों को चरस के नशे की हालत में समझाते थे. अपनी इस व्याख्या के लिए ही वो जाने जाते थे.
ये सारी हस्तियां महान बनीं अपने आविष्कारों और टैलेंट की वजह से, जिसे शायद ड्रग्स के नशे ने थोड़ा-बहुत निखार दिया, लेकिन इसी नशे ने इन्हें हानि भी बहुत पहुंचाई. अंत में, किसी भी नशे की लत बुरी होती है, तो नशे से दूर ही रहें.