केन्द्र सरकार जल्द ही आपकी हवाई यात्रा का अनुभव बदलने जा रही है. सरकार अब यात्रियों के डिजिटल पहचान देने जा रही है. अब आपको विमान की टिकट बुक करते वक़्त अपने आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट या किसी दूसरे डॉक्युमेंट का नंबर देना अनिवार्य होगा.

सरकार का मानना है, इससे यात्रियों और हवाई अड्डों का समय बचेगा.

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केंद्रीय विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में बताया कि डिजियात्रा स्कीम को दो-तीन महीनों के बाद शुरु करने की तैयारी है. इसके लिए विमान मंत्रालय की ओर से एक डिजिटल ट्रैवलर कार्यदल का गठन किया गया है. यह तीस दिन में अपनी रिपोर्ट देगा. इसके बाद इस पर अगले तीस दिन के बाद लोगों की राय ली जाएगी. राय के आधार पर उसके तीन माह बाद स्कीम को लागू कर दिया जाएगा.

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डिजियात्रा के तहत एक बार आधार, पैन अथवा पासपोर्ट नंबर दर्ज कराने के बाद यात्री को मोबाइल फ़ोन पर एसएमएस के ज़रिए एक डिजिटल क्यूआर (QR) कोड दिया जाएगा. ये क्यूआर कोड एयरपोर्ट में प्रवेश से लेकर सिक्योरिटी जांच, बोर्डिंग गेट पार करने और विमान में सवार होने तक हर जगह काम करेगा.

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ये कोड यात्रियों को मोबाइल फ़ोन पर एसएमएस के ज़रिए मिलेगा. अभी विमान में यात्रा से पहले किसी भी यात्री को सुरक्षा कर्मियों को अपना एक पहचान-पत्र दिखाना होता था लेकिन अब से इसकी ज़रूरत नहीं होगी. यात्री सीधे क्यूआर (QR) कोड को स्कैन कर प्रवेश पा सकेंगे.