Cavity: अगर आपके दांतों में तेज़ दर्द महसूस होता है या आपके दांतों की सेंसिटिविटी बढ़ गई है, तो आपके दांतों में कैविटी की समस्या (Cavity Problem) हो सकती है. दांतों में बने छोटे छेद काफ़ी ज़्यादा दर्द दे सकते हैं और समय रहते इन बातों पर ध्यान नहीं दिया तो कैविटी और बढ़ सकती है. वहीं, इसका सही इलाज किया जाए तो कैविटी की समस्या से निजात मिल सकती है.

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Cavities Tips In Hindi: तो आइये इसी क्रम में जानते हैं क्या है कैविटी? (What Is Cavities In Hindi) और कैविटी होने के कारण क्या-क्या हो सकते हैं. इसके अलावा दांतों की कैविटी को दूर कैसे करें? (Cavity Ko Kaise Thik Kare) ये सभी ज़रूरी जानकारी हम आपको इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं.

क्या है कैविटी – What Is Cavities In Hindi

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What Causes Cavities In Hindi: मुंह में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया न सिर्फ़ एसिड बनाते हैं, बल्कि दांतों की कठोर परत को नष्ट भी कर देते हैं. इस वजह से दांतों में सड़न पैदा हो जाती है. वहीं, इस सड़न की वजह से दातों में छोटे-छोटे छेद होने लगते हैं, जिसे कैविटी के नाम से जाना जाता है. अगर वक़्त रहते ध्यान न दिया जाए, तो दांतों में विकसित हो रहे ये छेद (कैविटी) बड़े होने लग जाते हैं.

दांतों में कैविटी होने के लक्षण – Symptoms Of Tooth Cavities In Hindi  

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Cavity Symptoms In Hindi: हेल्थ लाइन के अनुसार, कैविटी के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं –


1. दांतों में सेंसिटिविटी 
2. दांतों में दर्द 
3. दांतों में दिखाई देने वाले छेद 
4. दांतों का सड़ना 
5. दांतों पर काला या सफेद दाग होना  

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दांतों में कैविटी होने के कारण – Causes Of Tooth Cavities In Hindi  

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Plaque Kya Hai: दांतों में कैविटी या सड़न  प्लाक (Plaque) के कारण होती है. आपको बता दूं, प्लाक एक चिपचिपा पदार्थ होता है, जो खाना खाने के बाद दांतों में फंसे हुए खाद्य पदार्थों के सूक्ष्म कणों से बनता है.


चीनी से बने खाद्य पदार्थ खाने या पेय पीने के बाद आपके मुंह में मौजूद बैक्टीरिया, चीनी को एसिड में बदल देते हैं. जिससे दातों में प्लाक बनाना शुरू हो जाता है और यही प्लाक आगे जाकर दांतों में सड़न और कैविटी का कारण बनता है.

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बच्चे हों या बड़े कैविटी का ख़तरा किसी को भी हो सकता है. हेल्थ लाइन के अनुसार, कैविटी के रिस्क फैक्टर्स में निम्नलिखित कारण शामिल हैं:

1. बहुत अधिक मीठा, चॉकलेट आदि फ़ूड आइटम्स खाना और ड्रिंक्स का सेवन करना.
2. रोज़ाना ब्रश या फ्लॉस न करना.
3. पर्याप्त फ़्लोराइड नहीं मिलना.
4. मुंह का सूखना.  

Cavities Tips In Hindi: मेयो क्लिनिक के अनुसार, कैविटी ज़्यादातर पीछे के दांतों में होती है. इन दांतों में ज़्यादा जगह और छोटे-छोटे छिद्र होते हैं जहां खाने के कण फंस सकते हैं. इसके अलावा, ब्रश और फ्लॉसिंग की मदद से पीछे के दांतों की सफाई ठीक से नहीं हो पाती है जिसके कारण कैविटी होने का ख़तरा बढ़ जाता है.

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कैविटी कैसे दूर करें – How To Remove Tooth Cavity In Hindi  

Cavity Se Chutkara Pane Ke Upay In Hindi: दातों में कैविटी होना ये एक आम समस्या है, लेकिन आप निम्नलिखित उपाय करके कैविटी के जोखिम को कम कर सकते हैं:  

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1. अपने दांतों को साफ़ रखने के लिए दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें.


2. अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन की सलाह के अनुसार रोज़ाना कम से कम एक बार फ़्लॉस ज़रूर करें

3. फ़्लोराइड युक्त पानी पिएं. फ़्लोराइड युक्त पानी पीने से दांतों की सड़न और कैविटी को कम करने में मदद हो सकती है.

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4. मीठा, कैंडी, जूस, सोडा और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट जैसे मीठे और अम्लीय खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें.


5. खाना खाने के बाद पानी से कुल्ला ज़रूर करें, ऐसा करने से दांतों में फंसे कण निकल जाते हैं.

6. कैल्शियम और फ़ाइबर युक्त फल, सब्जियां, शुगरलेस ग्रीन टी आदि के सेवन से दांतों की सड़न से लड़ने में मदद हो सकती है.  

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7. नियमित रूप से अपने दांतों की जांच करवाएं. इससे आपको अपने दांतों को स्वस्थ रखने ने बहुत मदद मिलेगी और अगर दांत में कोई समस्या उत्पन्न हो रही है तो समय रहते सही इलाज करा कर उसको ठीक किया जा सकता है.


8. माया क्लिनिक के अनुसार, आप अपने दांतों पर डेंटल सीलेंट (Dental Sealant) लगवाने के बारे में सोच सकते हैं. डेंटल सीलेंट एक सुरक्षात्मक प्लास्टिक कोटिंग होती है, जिसे पिछले दांतों की सतह पर लगाया जाता है. इससे दातों के खांचे और छिद्र ब्लॉक हो जाते हैं, और दांतों में प्लाक और एसिड इकठ्ठा नहीं हो पाता है.

नोट: आर्टिकल में बताई कैविटी से जुड़ी बातें सिर्फ़ जानकारी के लिए हैं. इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें.