रामायण की मंथरा को तो जानते ही होंगे, जिसने केकई जैसी अच्छी मां को भड़का-भड़का कर बुरी मां बना दिया था. मंथरा को देखकर कभी-कभी लगता है कि पड़ोसियों को रामायण में सबसे फ़ेवरेट कैरेक्टर यही लगता होगा, तभी तो जब देखो तो तब हमारे मम्मी-पापा को भड़काने चले आते हैं. फिर कौशल्या जैसी मांएं उनके जाते ही केकई का रूप धारण कर लेती हैं. और सिर्फ़ बोतल न भरने पर इतना ज़लील करती हैं, जैसे पता नहीं कौन-सा पाप कर दिया हो.
इतना ही नहीं, अगर ग़लती से फ़ोन छू लिया तो उसी समय मम्मी-पापा को हमारे भविष्य की चिंता होने लगेगी और अड़ोसी-पड़ोसी, रिश्तेदार सबके बच्चों की मिसाल दे डालेंगी, भले ही वो कुछ न करते हों, लेकिन उनकी नज़र में वो सपूत और हम कपूत हो जाते हैं. इन पड़ोसियों को मिलता क्या है ये सब करके. और चिंता ऐसे जताते हैं जैसे इनके राशन कार्ड में हमारा नाम लिखा हो. पड़ोसियों की ऐसी ही कुछ चिंताएं जो चिंता कम ताने ज़्यादा लगते हैं आपको भी बताने जा रहे हैं.
1. फ़्रेशर हो, जॉब ढूंढने जा रहे हो बड़ी समस्याएं होती हैं फ़्रेशर के लिए. इस बात की चिंता सबसे ज़्यादा जिसे होती है वो आपका पड़ोसी होता है. कहीं ग़लती से जॉब मिल गई तो समझो उनकी रातों की नींद हराम हो गई.
2. कहीं आपने उनसे महंगी और लक्ज़री कार ले ली तो, वो आपको उस कार की इतनी बुरी बातें बताएंगे कि आपको आपकी चॉइस पर शक़ होने लगेगा.
3. पड़ोसियों की नज़र बहुत तेज़ होती है, अगर आप किसी दोस्त से बात कर रहे हैं लड़का है या लड़की तो वो सबसे पहले देख लेंगे. फिर उन्हें तब तक नींद नहीं आएगी, जब तक वो उसे चार जगह गा न दें.
4. Monday को अगर आप उन्हें घर पर मिल गए तो बस वो इतने मनसूबे बना लेंगे इस बात पर कि ये Monday काम करने वाले दिन पर घर पर क्यों बैठे हैं.
5. और फिर आता है रिज़ल्ट का दिन, उस दिन मम्मी-पापा से ज़्यादा रिज़ल्ट की चिंता पड़ोसियों को होती है, पूरे साल ज़लील जो करना होता है
6. बड़़ी बहन घर पर बैठी है तो उसकी शादी के लिए ऐसे चिंता दिखाएंगे कि लगने लगता है कि ये मम्मी-पापा की बेटी है या पड़ोसियों की.
7. सबसे ज़्यादा तो उन्हें खुजली इस बात को जानने की होती है आख़िर कौन-सा और किस टॉपिक पर आपके घर में डिस्कशन चल रहा है?
8. वेस्टर्न ड्रेस पहनकर कहीं जाते देख लिया तो रात हो या दिन वो पता लगा ही लेंगे की इतनी हॉट ड्रेस पहनकर आख़िर जा कहां रही हो?
9. नई जॉब मिलने की ख़ुशी को दुख में बदलना हो तो पड़ोसियों को बता दो. वो जॉब के पहले ही दिन सैलेरी और प्रोमोशन को लेकर इतना दिमाग़ ख़राब कर देंगे कि तुम्हें ख़ुद चिंता होने लग जाएगी और नए जॉब की लग जाएगी.
10. घर में होने वाले फ़क्शन के बजट से लेकर तैयारियों तक के बारे में जानने के चक्कर मे ं10 बार आपके घर हो कर चले जाएंगे
11. SSC, HSC या फिर कोई और सिविल सर्विसेज़ की तैयारी के बारे में पता चलने पर वो पढ़ाई शुरू करने से पहले दिमाग़ खा जाएंगे. चिंता के नाम पर तुम्हारी ऐसी बैंड बजाएंगे कि पढ़ने का मन ही नहीं करेगा
कहां से आते हैं ये पड़ोसी?