ग़ुस्सा आदमी के दिमाग की ऐसी-तैसी कर देता है. सच कह रहा हूं. आपने सड़कों पर लोगों को कई बार कहते सुना होगा. ‘अमा हट जाओ यहां से मूड ख़राब है, आव देखेंगे न ताव जो सामने मिला उसी को धर के पेल देंगे.’ लेकिन ऐसा होते कभी देखा नहीं होगा. कोई नहीं, आपके भाग्य फोड़ने के लिए हम हैं न!  

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तो मामला कुछ यूं है कि पश्चिम बंगाल के आसनसोल में कुछ बीजेपी कार्यकर्ता मारे ग़ुस्से के बावले हुए पड़े थे. हाथों में तख़्तियां, मुंह पर रोष और कंधे पर किम जोंग उन की लाश, सॉरी.. सॉरी.. मतलब लाश रूपी पुतला लिए उधम काट रहे थे.   

वीडियो देख हमें भी जोश आने लगा. हम कहे मारो ‘किमिनवे’ को. साउथ कोरिया पर हमला करेगा. लोकतंत्र को खतरे में डालेगा. हम इत्ता बोले ही थे कि अचानक वीडियो से एक हाथ बाहर निकला और चट से हमें एक कंटाप रसीद कर दीहिस.   

हम कहे काहे मारे भइया हम तुम लोगों की ही तरफ़ हैं. बीजेपी कार्यकर्ता बोले अजब ‘पप्पू’ हो यार. इतना भी नहीं समझ आ रहा कि हम चाइना के ख़िलाफ़ मोर्चा खोले हैं. हैं??? चाइना, लेकिन…. ये…   

जी हां, कुछ ऐसा ही झटका हमें लगा था. विरोध चाइना का हो रहा था और हौका नॉर्थ कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन जा रहा था. काहे कि बीजेपी कार्यकर्ताओं को किम जोंग चीन का प्रधानमंत्री लगता है. अरे सच में. यक़ीन न हो तो ख़ुद ही ये वीडियो देख लो.   

अब वीडियो हो गया सोशल मीडिया पर वायरल और लोग ले रहे जमकर मौज.  

मतलब ये वीडियो देखने के बाद मैं ख़ुद ममता दीदी की सरकार के ख़िलाफ़ हो गया. मन हो रहा कि अभी जाकर उनका त्यागपत्र ले लूं. जिस सरकार में ऐसे चमन चतुर बाहर खुला घूमे, उस सरकार को गिर ही जाना चाहिए. बाकी मोदी जी, देखिए बारिश का मौसम आ गया है, लॉकडान भी खुल ही गया समझिए. काहे नहीं इन्हें पकौड़ा ही तलने के काम में लगा देते हैं. किसी को तो भला हो.