हमारी ज़िन्दगी की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है, सोने की कोशिश करते रहना लेकिन ख़र्राटों के कारण सो न पाना. बस या ट्रेन से सफ़र के दौरान इसकी संभावना कुछ ज़्यादा ही बढ़ जाती है, क्योंकि वहां एक नहीं कई ख़र्राटे लेने वाले मनुष्य होते हैं. हम चाहकर भी कुछ नहीं कर पाते, बस दांत पीसकर रह जाते हैं.
लेकिन भारत में ख़र्राटों से परेशान होकर रेल से यात्रा कर रहे कुछ यात्रियों ने एक क्रांतिकारी कदम उठाया है. एलटीटी-दरभंगा, पवन एक्सप्रेस में रामचंद्र नामक एक व्यक्ति के ख़र्राटों से सहयात्री इतने त्रस्त हो गये कि उसे सज़ा दे डाली. सज़ा क्या थी? ख़र्राटे लेने वाले को भी जगाये रखा.

रामचंद्र ने इस पूरे वाक्ये पर कोई शिकायत दर्ज न करने का फै़सला लिया है.
पश्चिम-मध्य रेलवे के जबलपुर क्षेत्र के टिकट इंस्पेक्टर गणेश ने बताया,
ट्रेन लेट थी. जब मैं कोच में पहुंचा तो यात्रियों ने मुझे रात में हुई बहस के बारे में बताया. रामचंद्र ने पहले तो सहयात्रियों की बात नहीं मानी, लेकिन बाद में सारी रात जागना स्वीकार किया.
ये पूरी घटना किसी को मज़ाक लग सकती है, वहीं किसी को ये बेइज़्ज़ती भी लगेगी. लेकिन रामचंद्र ने मामले को ज़्यादा तूल नहीं दिया और सहयात्रियों की बात मानी. सुबह होने के बाद उसने कई सहयात्रियों से मित्रता भी कर ली थी.

बहरहाल, ख़़र्राटे लेने वालों को डॉक्टर के पास जाना चाहिए. ये न सिर्फ़ आपके आस-पास वालों के लिए समस्या बन जाती है बल्कि ज़्यादा ख़र्राटे लेने आपके अस्वस्थ होने की भी निशानी है.