समंदर के किनारों का ज़िक्र आते ही मन में कई सारे ख्याल आने लगते हैं. जो शहर समंदरों के किनारे बसे हैं, शायद वहां कोई तन्हा नहीं होता होगा क्योंकि अकेला समंदर कभी भी किसी के अकेलेपन को अपनी लहरों में समाने की क्षमता रखता है. सीरियस हो लिया मैं तो ज़्यादा ही.

विशेष नोट: ऊपर लिखी किसी भी बात को ज़्यादा सीरियसली मत लीजिए, लेखक का आज थोड़ा सीरियस होने का मन था परंतु बईमान मौसम ने पानी फेर दिया. चलिए आपको आज समंदर के किनारों पर लोगों द्वारा की गई अजीबोगरीब और सस्ती सी मस्ती की ओर ले चलते हैं.

1. बच के… शार्क खड़ी है

2. ताऊ की टोपी उड़ा के ले गया

3. वाह… जियो बेटा

4. बच्चे बड़े हो रहे हैं…

5. मेहमान हैं क्या ये?

6. इसे कहते हैं इंसानियत

7. ये शायद कोई नया Spa खुला है

8. ओह,,, शिट…

9. हॉर्लिक्स पीती थी ये मछली शायद

10. मैं भी मोटा हूं, इसीलिए कुछ नहीं कहेगा अपुन भाई पर…

11. शराबी बच्चा है क्या ये?

12. अब ले लो नज़ारे

13. बेटा पानी बहा के ले जायेगा

14. गिरा के मारो पीछे वाले लड़के को

15. अरे ये तो अपने यहां का नज़ारा लगता है

16. कुल्फ़ी खा जायेगा ये तेरी

17. क्यों कैसा लगा ताई?

18. ओए तेरी…

19. छोटे-छोटे बच्चों के बड़े-बड़े शौक़

20. ठंड लग जायेगी मैडम…