गर्मी अपने शबाब पर है. दिल्ली की गर्मी तो ख़ास तौर पर बदनाम है. इस बदनाम गर्मी से बचने के लिए हम कभी ठंडे ड्रिंक्स का सहारा लेते हैं, कभी AC-Cooler की शरण में जाते हैं. दो दिन की छुट्टी मिली नहीं कि आस-पास के हिल स्टेशन छू कर आ जाते हैं. यहां जा कर गर्मी से राहत तो मिलती है, लेकिन सारा काम-धंधा छोड़ कर यहां नहीं रहा जा सकता… इस प्रॉब्लम का सॉल्युशन हमें मिल गई है… कैसे?
हमने दिल्ली में ही ढूंढ निकाली है कुछ ऐसे जगहें, जो बिना शिमला गए, शिमला की फ़ील देंगी;
दिल्ली मेट्रो

मेट्रो यात्री को उसके मंज़िल तक भी पहुंचाती है और गर्मी से तुरंत राहत भी पहुंचाती है. मेट्रो ट्रेन की चौखट को लांघते ही आत्मा को जो ठंडक पहुंचती है, उसको बयां कर पाना नामुमकिन है. अगर आप मेट्रो के रोज़ाना यात्री हैं, तो बहुत अच्छी बात है, अगर आप मेट्रो से ट्रेवल नहीं करते, तो भी मेट्रो से ख़ाली समय में घूम आइए. सुझाव देना चाहूंगा कि दोपहर के समय जाना आपके लिए ज़्यादा लाभदायक रहेगा.
मॉल्स

मेट्रो में ठंडक पाने के लिए आपको थोड़े पैसे खर्च करने पड़ेंगे लेकिन मॉल्स में जाने पर एक पैसा ख़र्च नहीं करना पड़ेगा (अगर आपको अपने ऊपर कंट्रोल है तब). दिल्ली में बड़ी-बड़ी निजी कंपनियों ने बड़े-बड़े मॉल खड़े किए हैं. यहां मॉल की कोई कमी नहीं है. जब भी गर्मी की मार आपकी सहनशक्ति की सीमा से बाहर हो जाए, तब नज़दीकी मॉल में मुंह उठाए घुस जाइए.
ATM

वैसे भी आजकल सारे ATM बेकार पड़े हुए हैं. अपनी सहूलियत के हिसाब से कोई भी ख़ाली ATM ढूंढ लीजिए, जहां आप वक़्त गुज़ार सकें और दिन भर पड़े रहिए. हो सके तो ‘ATM is not working’ वाला बोर्ड भी गोद में लेकर बैठिएगा, नींद में कोई खलल नहीं पहुंचाएगा. लेकिन ध्यान रहे काम कर रहे ATM के ऊपर ये ट्रिक मत आज़माइएगा, लोगों को परेशानी होगी.
Corporate Interview

अगर आपके पास फॉर्मल कपड़े हैं और ऊपर बताई गई जगहों पर जा-जा कर पक गए हैं, तो किसी Corporate Company में इंटरव्यु दे आईए. नए लोगों से मिलना जुलना भी हो जाएगा, AC में बैठे-बैठे पूरा दिन भी निकल जाएगा और अगर अच्छी नौकरी मिल गई, तो वार-न्यारे.
AC वाला दोस्त

अगर एकदम निकम्मे हो, ज़िंदगी में कोई काम नहीं है. तो किसी AC वाले दोस्ते के घर पर पड़े रहो. दोस्त भी अगर कमीना न हुआ, तो ख़ाने के लिए पूछ ही लेगा. लेकिन एक बात ध्यान रहे, ऐसा लगातार दो दिन से ज़्यादा मत करना, अगर दोस्त को शक़ हो गया तो हाथ से AC की राहत भी जाएगी और दोस्ती भी.
ऑफ़िस

अगर आप काम करने वाले व्यक्ति हैं, तो उपर्युक्त जगहों पर अपना वक़्त बर्बाद नहीं कर सकते. इस परिस्थिति में भी हमारे पास एक उपाय है. जब तक आप ऑफ़िस में हैं, तब तक आपको गर्मी से कोई परेशानी नहीं, गर्मी से आपकी लड़ाई ऑफ़िस के बाहर होगी. इसलिए ऑफ़िस वक़्त से पहले पहुंचे और घर देर जाएं. बॉस को लगेगा आप बहुत मेहनती हैं और हो सकता है प्रोमोशन के चांस भी बढ़ जाएं… प्लस गर्मी से राहत मिलेगी वो अलग…
ये लेख फ़नहित में जारी है… वो क्या है कि अगर गर्मी हमारे मज़ें ले सकती है, तो हम क्यों नहीं!