अगर आपको लगता है कि देश में बेरोज़गारी एक समस्या है, तो मैं आपको पैसा बनाने का एक धांसू आईडिया देता हूं. ‘राजनेता कोचिंग सेंटर’ खोल दीजिए, यहां आप नेताओं को चुनाव के समय कैसी बातें करनी है, क्या स्टंट करना है, कहां उठना-बैठना है, सवालों के जवाब कैसे देने हैं आदि किस्म की बातें सिखाएंगे.
मैं बता रहा हूं ये मिलियन डॉलर आईडिया है और इसका श्रेय मैं हेमा मालिनी जी को देता हूं. उनको ही देख कर मुझे महसूस हुआ कि देश में ‘राजनेता कोचिंग सेंटर’ की कमी है. अगर हेमा जी की सही से ट्रेनिंग हुई होती, तो वो ऐसी छोटी-छोटी गलतियां नहीं करती.
Hema Malini has no fucks left to give lmao pic.twitter.com/SNJNfL2FTM
— nino🏳️🌈 (@locomomos) April 7, 2019
ये रही उनकी ग़लतियों की लिस्ट, जिसे सही ट्रेनिंग से सुधारा जा सकता था.
1. कैरेक्टर की समझ
छोटा मुंह बड़ी बात, लेकिन हेमा जी को कैरेक्टर की समझ बिल्कुल नहीं है. ये बात और बुरी लगती है जब वो अपने ज़माने में टॉप की हिरोईन रह चुकी हैं. संसद के कैरेक्टर को उन्होंने सेलेब्रिटी का कैरेक्टर समझ लिया है और वैसा ही बर्ताव कर रही हैं.
2. चुनाव यूनिट टेस्ट नहीं है
ऐसा नहीं है कि रातभर जाग कर आप हफ़्तेभर की पढ़ाई पूरी कर लेंगे. पांच साल का सिलेबस है, तैयारी भी उसके हिसाब की होनी चाहिए, कम से कम एक महीने पहले हेमा जी को नोट्स जुटा कर कंठस्थ कर लेना चाहिए था. अब रिपोर्टर ने पूछा कि आपने अपने चुनाव क्षेत्र के लिए पांच सालों में क्या किया, तो वो सकपका गईं. जो नेता पांच साल कुछ नहीं करते, वो भी इस सवाल का बेहतर जवाब दे जाते हैं, आपने तो फिर भी बहुत कुछ किया है (हेमा जी के अनुसार).
3. मेथड एक्टिंग
When your “Kent RO” fails to give you *sabse shuddh Paani* 😂👇😝 pic.twitter.com/wbMbFMHOlM
— ♩♬♪ JAYESH ♩♬♪ (@iamjayesh5) April 6, 2019
Hema Malini’s campaigning is going to keep us all entertained it seems. Though just what is happening in this pic 🤔 #elections pic.twitter.com/9FGlOceinF
— Gargi Rawat (@GargiRawat) April 7, 2019
इसके लिए हेमा जी को दोष नहीं दिया जा सकता, उनके टाईम में इसका ज़्यादा चलन नहीं था लेकिन वो कोशिश पूरी कर रही हैं. खेत में कटी हुए फसल को काटना, सूखे हैंडपंप को चलाना, लकड़ी की गठरी को उठाने का भाव देना. बस हेमा जी ग़लत मेकअप की शिकार हुई हैं, उनकी टीम को इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए.
4. प्रॉप का सही इस्तेमाल
Gosh – so much progress under Modiji! Women farmers are provided helicopter services to go to their fields for harvesting! 🤣 pic.twitter.com/lxXCCcLwRt
— Swati Singh (@swatisingh1995) April 3, 2019
आप ही बताइए भला हैलिकॉप्टर से खेत में कौन जाता है, कभी किसी को BMW से उतर कर ट्रैक्टर चलाते देखा है? कम से कम Kent RO का विज्ञापन करने वाले व्यक्ति को हैंडपंप से 100 मीटर की दूरी तो बना कर रखनी ही चाहिए.
5. इम्प्रोवाइज़ेशन ज़रूरी है
यहां लाइव ऑडियंस होती है, सिनेमा की तरह टेक पर टेक का विकल्प नहीं होता. इसलिए हर नेता को प्रतिकूल परिस्थिति के हिसाब से भी मानसिक तौर पर तैयार रहना चाहिए. अब एक रिपोर्टर ने हेमा जी को बोल दिया कि राहुल गांधी आलू से सोना बनाने वाली फ़ैक्ट्री लगवाने वाले हैं, तो जवाब में हेमा जी बोल गईं कि हमारी सरकार पहले ही लगा चुकी है. हेमा जी! ये ट्रिक कोस्चन था.
मैंने ये कोर्स हेमा जी के लिए ख़ास तौर पर डिज़ाइन किया है, आप अपने भावी क्लाइंट(नेता) के हिसाब से अपना कोर्स तैयार कर सकते हैं.