बरसात के दिन आये,

कीचड़ पड़ जाने के दिन आये

हां जी दोस्तों तो कतई रोमैंटिक (अनरौमेंटिक पढ़िए) मौसम, बारिश का मौसम दस्तक दे चुका है.


चारों तरफ़ मोहब्बत ही मोहब्बत (सीलन ही सीलन) है. मिट्टी की सौंधी सी ख़ुशबू और कपड़े की बदबू वाला मौसम.

अब बारिश हो और हमारी क्रिएटिविटी ने जागे, बहुत नाइंसाफ़ी हो जायेगी न? तो हमने बना दिए बारिश के गाने-

शुक्रिया नहीं बोलो जी, चाय बनाओ और मस्त मज़े करो!