जैसा कि सबको पता है कि पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमतों में आग लगी हुई है और मौसम पहले से ही गर्म है. इसका सीधा मतलब है कि आपका घर से बाहर निकलना बंद हो चुका होगा. वहीं इसका एक मतलब ये भी निकलता है कि आप घर पर बैठे-बैठे बोर हो रहे होंगे. यहां से हमारा काम शुरु होता है, आपकी बोरियत को भगाने और पेट्रोल से मिल रहे ज़ख़्मों पर मरहम लगाने का. हम लाए हैं इस महंगाई के दौर में कुछ सस्ती शायरियां.
ख़वातीन-ओ-हज़रात ग़ौर फ़रमाइएगा:
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ये पढ़ने के बाद हम पर क्यों गुस्सा हो रहे हो, पेट्रोल के दाम हमने थोड़े ही बढ़ाए हैं.
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