आज से आम जनता के लिए iPhone11 की बिक्री शुरू हो चुकी है. माना कि आप उसे ऑनलाइन बुक कर सकते हैं, iPhone स्टोर में अपने लिए रिज़र्व रखवा सकते हैं, फिर भी दुनियाभर के कुछ चमन लोग रात से ही दुकान के बाहर लाइन लगा कर खड़े हो जाते हैं, जैसे मुफ़्त में मिलने वाली है. इन जैसे लोगों की वजह से Apple वालों का मन बढ़ा हुआ है. कंपनी लिमिट पुश करके देखती है कि अबकी थोड़ा और बढ़ा कर काटते हैं, जनता ‘जहांपनाह तुस्सी ग्रेट हो! तौफ़ा कुबूल करो’ पोज़ में हाज़िर हो जाता है. 

जितने बंदे iPhone लिए प्राउड मुद्रा में घूमते हैं न! कंधे पर हाथ रख कर पांच मिनट अच्छे से बात कर लो, छठवें मिनट में बंदा गले लगकर फफक कर रो पड़ेगा, ‘भाई! मैं तो पियर प्रेशर में आ गया था, जब लॉन्च हुआ था तो चारों ओर इसके ही एड दिख रहे थे, स्टीव जॉब्स सपने में आने लग गया था’. आख़िर लोग कब तक सिर्फ़ मिरर सेल्फ़ी के लिए लाख-लाख रुपये का फ़ोन ख़रीदते रहेंगे. कब तक भीड़ को एक रिंगटोन सुनाने के लिए बैंक से कर्ज़े लिए जाएंगे? 

बाकियों के फ़ोन मल्टी-टास्किंग होते जा रहे हैं, लोगों को भांती-भांती प्रकार के सहूलियत देते हैं. iPhone का अपना नखरा चलता रहता है, किसी और के चार्जर को सपोर्ट नहीं करेगा. झुमके जैसा AirPod बना दिया है, रैंडम इयरफ़ोन तक नहीं लगा सकते. इनके App स्टोर से कुछ ख़रीदने गए तो ‘तीन गुना लगान देना पड़ेगा’. फ़ोन हाथ से छूट गया तो ज़मीन तक पहुंचने से पहले मालिक को हार्ट अटैक आ जाता है, स्क्रीन बच गया तो पिछले जन्मों का पुण्यों का हिसाब समझिए और टूट गया तो नई iPhone स्क्रीन रिपेयरिंग से कम ख़र्चे में आ जाएगी. 

एक वक़्त था जब Apple तकनीक के मामले में सबसे आगे खड़ा होता है. अब तब iPhone का लेटेस्ट फीचर Andriod के लिए तीन साल पुराना हो चुका होता है. और कंपनी उसको बेचती ऐसे है जैसे अभी-अभी नासा से गरमा-गरम बनवा के मार्केट में लाई है. इनके फ़ोन में दो कैमरा अब जा के आया है, कई कंपनियां चार कैमरे तक पहुंच गई हैं, क्लियेरिटी ऐसी की मंगल ग्रह पर खड़े होकर प्लूटो की फ़ोटो खींच सकते हो. 

क्या फ़ायदा इन बातों का, अगले सितंबर कंपनी फिर एक प्रोडक्ट लेकर आ जाएगी. फिर वही समय का पहिया घूमेगा, सब लाइन में खड़े होंगे, एक लाख की चीज़ दो लाख में बिकेगी. मैं ऐसे ही चिल्लाता रह जाऊंगा. मेरी नज़र में सब पागल होंगे, उनकी नज़र में मैं पागल करार दिया जाउंगा. ऐसे ही Apple तीन से चार ट्रिलियन डॉलर की कंपनी बन जाएगी.