सुपरस्टार हो गया, मेगा सुपरस्टार हो गया, सदी का महानायक भी हो गया, अब अमिताभ बच्चन को युग का महानायक कहा जाना चाहए… इसलिए मैं कहुंगा कि ‘कलयुग के महानयाक’ अमिताभ बच्चन हमारी ओर से जन्मदिन की बधाई स्वीकार करें. आज अमिताभ बच्चन 77 बरस के हो गए, इसमें से उन्होंने 50 बरस फ़िल्मी दुनिया में गुज़ारे हैं. इसलिए प्रथा के अनुसार अमिताभ बच्चन को ससम्मान बर्थ डे बंप्स दिए जाएंगे.
कहते हैं अमिताभ बच्चन ने करियर की शरुआत में बेहद संघर्ष किया था, वो काम की तलाश में के लिए मुंबई में जब गए थे, तब उन्होंने कुछ दिन रेलवे स्टेशन पर सो कर बिताए थे, ये अलग बात है कि उनके पिता जी देश के बड़े कवि थे और उनकी मां तेजी बच्चन और इंदिरा गांधी एक दूसरे के क़रीबी थे. ख़ैर मुंबई में बिना स्टेशन पर सोए संघर्ष की कहानी पूरी नहीं होती, कभी-कभी चने भी खाने पड़ते हैं.
अमिताभ बच्चन निर्विवादित रूप से फ़िल्म इंडिस्ट्री के सबसे महान नायक हैं लेकिन ये निर्विवादित शब्द उनकी राजनैतिक करियर के साथ नहीं जाती. तीन साल की छोटीसी राजनैतिक सफ़र में अमिताभ बच्चन के ऊपर कई आरोप लगें. बाफ़ोर्स घोटाले में नाम घसीटा गया बाद में क्लीन चीट मिल गई. किसानों की ज़मीन सस्ते दाम में ख़रीदने का आरोप लगा, जो बाद में रफ़ा-दफ़ा हो गया. Angry Young Man तीन साल में ही Frustrated Old Man बन गए और राजनीति छोड़ दी. तब कांग्रेस और सपा के लिए राजनीति करते थे अब पनामा पेपर में नाम आता है इसलिए भाजपा समर्थक दिखना पड़ता है.
राजनीति की समझ नहीं थी इसलिए छोड़ दी, बिज़नेस की समझ नहीं थी इसलिए उसमें भी हाथ जला कर पीछे हटना पड़ा. बड़े अरमान से Amitabh Bachhan Corporation Ltd. (ABCL) की शुरुआत की गई थी. इस बैनर तले 15 फ़िल्में भी बनीं, ज़्यादातार फ़्लॉप रहीं. 1996 में Miss World Beauty Pageant की भी स्पॉन्सर किया गया, इस इवेंट में भी करोड़ों का नुकसान हुआ. बंगला बेचने की नौबत आ गई थी. जैसे-तैसे ‘प्रतीक्षा’ बचा, तब समझ आ गया होगा कि असल ज़िंदगी में ‘मैं आज भी फेंके हुए पैसे नहीं उठाता’ डायलॉग काम नहीं आते, वो भी बैंक के सामने.
पहले ये सोचा था कि अमिताभ बच्चन को पृथ्वी का महानायक कहूं. फिर ध्यान आया कि पिछले साल ही Thugs Of Hindostan रिलीज़ हुई थी, उसके पहले ‘बूम’ ‘रोमगोपाल वर्मी की ‘आग’ जैसी फ़िल्में भी तो अमिताभ बच्चन ने ही की हैं, इसलिए ख़ुद को ‘कलयुग के महानायक’ पर सेटल किया. वैसी आपको अमिताभ बच्चन की असली एक्टिंग देखनी है तो उनके द्वारा किए गए विज्ञापन देखें, घरवालों के कहने पर मैं पोलिया के ड्रॉप नहीं पीता लेकिन अमित जी बात नहीं टाल सकता, सिर्फ़ उनके कहे पर तीन बार गुजरात जा चुका हूं, आप क्या बात करते हैं! मैं तो डेट पर भी नवरत्न तेल लगा कर जाता हूं.