हेड्स तेरा, टेल्स मेरा, दो में से कोई एक चीज़ चुनने का इससे बेहतर तरीका हमारे पास नहीं है. क्रिकेट की शुरुआत हो या शोले का क्लाइमेक्स, हर जगह ये सिक्का ही तय करता है कि किसका पलड़ा भारी होगा. लेकिन क्या हो जब ये तरीका सरकारी नौकरी के चयन में इस्तेमाल होने लगे.

बीते दिनों पंजाब के तकनीकी शिक्षा मंत्री, चरनजीत सिंह चन्नी भी लेक्चरर की पोस्ट के लिए यही तरीका इस्तेमाल करते दिखे.

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दरअसल, बात ये थी कि पंजाब पब्लिक सर्विस कमिशन परीक्षा से 37 लेक्चरर्स की भर्ती हुई थी. बीते सोमवार को मंत्री जी ने सबको पोस्टिंग आॅर्डर देने के लिए बुलाया था. इनमें से दो लेक्चरर्स की मांग थी कि उन्हें पटियाला के पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट में ही पोस्टिंग चाहिए. फिर दोनों की रज़ामंदी के बाद तय ​हुआ कि सिक्के से टॉस किया जाएगा और जो जीता उसकी पोस्टिंग पटियाला होगी.

इस वीडियो के वायरल होने के बाद चरनजीत ने कहा-

37 कैंडिडेट्स को उनकी पसंद का सेंटर दिया गया था. दो लोगों को एक ही सेंटर चाहिए था. दोनों की मेरिट भी एक सी थी इसलिए टॉस करने का तय हुआ. इसमें किसी के साथ भेदभाव नहीं हुआ और ये मेरिट के आधार पर ही हुआ है.