ज़माना शशि थरूर हुआ पड़ा है. जिधर जाओ अंग्रेज़ी की खिटपिट. हिंदी बोलने वालों को न नौकरी नसीब है न ही इज़्ज़त. प्राइवेट नौकरियों की तो एकदम शर्त ही हो गई है- अंग्रेज़ी आती है तो बताओ, नहीं तो गुड नाइट का बोर्ड लगाओ. आलम ये है कि हर रोज़ हिंदी वालों के हौसले की दीवार पर अंग्रेज़ी का हथौड़ा चल रहा है. 

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अगर आप भी ऐसी ही दुखियारी आत्मा हुए पड़े हैं तो ज़रा ठहरिए. काहे कि असल ज़िंदगी में अंग्रेज़ी इतना भी बवाल नहीं काटे है, जितना हम सोचे बैठे हैं. बहुत से ऐसे लोग हैं, जो अंग्रेज़ी के मुंह पर कोहनी मारकर हिंदी की ताक़त साबित कर चुके हैं. ये लोग इंग्लिश के सहारे के बिना न सिर्फ़ अपने-अपने क्षेत्रों में सफल हुए हैं, बल्कि गर्व के साथ हिंदी में अपनी बात भी रखते हैं.

आज हम आपको ऐसी ही शख़्सियतों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने हिंदी में ही बोलने-लिखने के बावजूद देश के करोड़ों लोगों तक अपनी पहुंंच बनाई है.

1. रवीश कुमार

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रवीश बाबू ग़ज़ब के एंकर हैं. हिंदी पत्रकार हैं और उनको आती भी हिंदी ही है. इस बात को वो कई बार कह भी चुके हैं. आज वो किस मुकाम पर हैं, ये हम सब जानते हैं. लोग उनसे सहमत होंं या न हों, मगर उनको सुनते ज़रूर हैं. बड़े-बड़े अंग्रेज़ी के एंकर भी उनके आगे टिक नहीं पाते. 

2. लालू प्रसाद यादव

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लालू प्रसाद यादव को अंग्रेज़ी नहीं आती. ग़लती से अंग्रेज़ी उनके पास पहुंच भी गई, तो उसे दौड़ा-दौड़ाकर पीटते हैं. आप ख़ुद उनके पार्लियामेंट के भाषण सुन सकते हैं. मगर वो हिंदी में ही पूरे बिहार और देश की जनता का दिल जीत लेते हैं. लालू को सुनकर हर कोई मौज में आ जाता है. 

3. नीरज चोपड़ा

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इस हरियाणवी छोरे ने देश को इसी साल ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलवाया है. राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय हर स्तर पर देश का नाम रौशन किया. आज देश-दुनिया उनके नाम और काम से वाकिफ़ है. इन सबके बावजूद नीरज बड़े से बड़े मंच पर सामने वालो को हिंदी में बात करने के लिए बोल देते हैं. इससे साफ़ पता चलता है कि उन्हें ज़रा भी फ़र्क नहीं पड़ता कि उन्हें अंग्रेज़ी नहीं आती है. वो अपनी ज़ुबान को लेकर बिल्कुल सहज रहते हैं.

4. बाबा रामदेव

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बाबा रामदेव तो हमेशा से कहते हैं कि करने से होता हो. अब देखिए करते-करते बाबा अपने योग गुरू से देश के बड़े बिज़नेस मैन तक बन गए. हमेशा हिंदी में ही बात करते हैं, फिर भी विदेशी तक उनसे योग सीखते हैं. भारत में भी ताबड़तोड़ अंग्रेज़ी बोलने वाले उनके मुरीद हैं.

5. पंकज त्रिपाठी

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पंकज त्रिपाठी, जितने बेहतरीन एक्टर हैं, उतने ही प्यारे इंसान. एकदम ही गाय लगता है अपना दोस्त. सीधी-सादी हिंदी में बात करते हैं. मगर रौला देखिए कि आज हर दूसरी फ़िल्म में कोई न कोई क़िरदार निभा रहे हैं. 

6. कपिल शर्मा

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कॉमेडी किंग कपिल शर्मा टीवी पर सबसे सफ़ल शोज़ में से एक चला रहे हैं. तमाम इंडस्ट्री के दिग्गज कलाकार उनके शो पर आते हैं. यहां तक कि जैकी जैन भी उनके शो पर आ चुके हैं. अंग्रेज़ी न आने के बावजूद कपिल हिंदी में सभी से बात करते हैं. उनके शो में दर्शकों का कायदे से भरपूर एंटरटेनमेंट होता है.

7. कपिल देव

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कपिल देव को भी शुरुआत में बिल्कुल अंग्रेज़ी नहींं आती थी. यहां तक कि जब उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान बनाया जा रहा था, तब उनकी भाषा को लेकर सवाल भी उठे थे. उस वक़्त कपिल देव ने कहा था कि किसी को अंग्रेज़ी में बात करने के लिए ऑक्सफ़ोर्ड से ले आइए और वो क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे. आज हम सब जानते हैं कि कपिल देव कितने सफल कप्तान साबित हुए और देश ने उन्हीं की कप्तानी में 1983 का क्रिकेट वर्ल्ड कप भी जीता.

ये सभी लोग भारत में अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े हैं. इन्हीं की तरह और भी लोग हैं, जो हिंदी में बात करते हैं और दुनिया उनको सुनती है. इनमें यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, मुलायम सिंह यादव से लेकर क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, हार्दिक पांड्या और नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी जैसे धुरंधर कलाकार तक शामिल हैं. 

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ये सभी सिर्फ़ हिंदी में बात करते हैं, मगर सभी ने अपने क्षेत्र में एक बड़ा मुकाम हासिल किया है. वैसे मोदी जी की अंग्रेज़ी भी बहुत… ख़ैर उनका भौकाल तो हम सब जानते हैं. तो आप सब भी इस हिंदी दिवस (Hindi Diwas) से अपने मन से अंग्रेज़ी का डर निकालिए और हिंदी के बलबूते सफ़लता के झंडे गाड़ने उठ खड़े होइए.