आज का आर्टिकल उन दोस्तों के नाम, जो कभी आपकी जान हुआ करते थे. तेजी से बढ़ते वक्त के साथ कहीं ये अपनी ज़िन्दगी में व्यस्थ हो गए, तो कहीं आप. ये वो हैं जो आपके पांचवें जन्मदिन ​की फोटो एल्बम में तो हंसते हुए दिख रहे हैं पर अब फेसबुक पर या कॉन्टैक्ट लिस्ट में नहीं दिखते. ये वो हैं जो स्कूल की ग्रुप फोटो में तो आपके पास खड़े हैं पर आज काफी दूर हो चुके हैं. ये वो है जिनसे आपको बचपन में कुछ तूफानी करने का हौसला मिलता था. ये वो चड्ढी-बड्डी है जिस पर आप कभी जान छिड़कते थे. अफ़सोस ये वहीं हैं जो आज आपकी ज़िन्दगी में कहीं नहीं हैं.

हो सकता है आज आप उसे पहचान भी न पाएं, शायद पिछली बार आपने उसे अपने स्कूल में ही देखा हो. वो जिसे न शर्ट पहनने की तमीज थी, न पैंट पहनने की. हो सकता है वो आज किसी MNC में मैनेजर हो. अब वो पतला-दु​बला नहीं रहा होगा, बल्कि जिम-विम जाकर डोले-शोले बना चुका होगा. हो सकता है भाई की गर्लफ्रेंड-वर्लफ्रेंड भी बन गई हो! कुछ भी हो सकता है दोस्त!

आज ये मैं ​इसीलिए लिख रहा हूं ताकि आपकी वो दोस्ती दोबारा जी उठे. बस आपको नीचे लिखी पंक्तियों में अपने उस दोस्त को खोजना है और फिर असल ज़िन्दगी में.

हो सके तो आपने उस दोस्त को Facebook पर खोज कर या फोन करके बता दें कि नहीं आप ​इस दुनिया से लुप्त नहीं हुए है और न ही उसे भूले हैं. विश्वास मानिए इससे आपको भी अच्छा लगेगा और उसे भी. 

Lovely Illustrations By- Aroop Mishra