पूरी दुनिया इंटरनेट पर पसर चुकी है. भाईजान के मूवीज़ के जालीदार बनियान वाले हार्डकोर फ़ैंस से लेकर नेताओं के गरियंधे फ़ॉलोवर्स तक का यहां तगड़ा जमावड़ा लगता है. यहां हर पल कुछ न कुछ कलाकारी जारी रहती है. अपनी सीमित इंटरनेट स्पीड के साथ ये लोग अंधाधुन बवाल काटते हैं तो ज़रा सोचिए अगर इन्हें सैकड़ों गुना तेज़ इंटरनेट की सुविधा मिल जाए तो ये क्या करेंगे?
धुकधुकी हो गई न. पर भइया अब ऐसा हो गया है. काहे कि ब्रिटेन में वैज्ञानिकों का दावा है कि उन्होंने दुनिया की सबसे तेज़ इंटरनेट डाटा ट्रांसमिशन दर हासिल की है, जो 178 टेराबिट्स प्रति सेकेंड है. ये स्पीड इतनी तेज़ है कि इसके ज़रिए पूरी Netflix लाइब्रेरी को एक सेकंड से भी कम समय में डाउनलोड किया जा सकेगा.
अब ये जानकारी मिलते ही हमारे मासूम दिल में गुदगुदी मच गई. ख़लियारे बैठे थे, तो सोचा अगर अपने को कुछ डाउनलोड करना पड़े तो वो क्या होगा?
जवाब की उल्टियां ये रहीं.
1-अर्नब गोस्वामी को डाउनलोड कर डालूं
भारत पूछता है या नहीं, अपने को क्या मालूम. अपन तो बस इत्ता जानते हैं कि अर्नब बाबू डाउनलोड करने की चीज़ हैं. काहे कि ये आदमी बहुत जिज्ञासा जगाता है बे? हर रोज़ नया रायता फैलाना भी कोई आसान काम थोड़े है. डाउनलोड करके मालूम तो पड़े कि आख़िर ये आदमी इत्ता भरा क्यों बैठता है.
2-मोदी सरकार के नारे
हमारे एकलौते सर्वप्रिय प्रधानमंत्री मोदी जी की जबसे सरकार बनी है, तबसे एक काम हर रोज़ हुआ है. और वो है देश को नया नारा देने का. अमा हां, भाईसाब ने पहले कहा कि वो हमारे लिए अच्छे दिन लाएंगे. हमऊ पालथी मारकर बैठ गए कि साहब बोले हैं तो अइबे करीं. लेकिन वापस लौटें तो खेल कर दीहिन बे. बोले आत्मनिर्भर बनो और ख़ुद हई अच्छे दिन ले आओ. बस अब सोच लिए हैं कि मोदी सरकार के आगे-पीछे के सारे नारे डाउनलोड कर डालब, ताकि आगे और हमारा न कटे. बस डर इत्ता ही है कि भइया ये भी स्पीड सर जी के आगे कम न पड़ जाए.
3-पिताजी की नुकीली कोहनियां
हर रोज़ की किट-किट है. पता ही नहीं चलता कि कब कौन सी बात पे बवाल कट जाए. लौंडा शांति से बैठा है कि स्वीं से एक मिसाइल आती है और पीठी को हीरोशिमा और नागासाकी में बदल देती है. मार किल्ली मार किल्ली, जान निकाल देते हैं. फिर से सिगरेट पी न ससुरे? औलाद नहीं साली राक्षस पैदा हो गई है. कपूत हैं कपूत. ऐसे हज़ारों तानों से रोज़ छाती छलनी होती है. मन तो होता है कि इस प्रचंड इंटरनेट स्पीड के सहारे मुझ पर बापू की पड़ने वाली सारी कोहनियां डाउनलोड कर लूं. काहे कि अचानक आने वाली मौत से फिर झटका तो नहीं लगेगा. बाकी मरना तो है ही.
4-‘सूर्यवंशम’ का क़िस्सा ही निपटा दूं
चैनल ट्यून करते समय एक फ़िल्म ऐसी है, जो हमें अक्सर दिखाई देती है. फिल्म का नाम है ‘सूर्यवंशम’. इसने टीवी पर कई बार टेलीकास्ट होने का रिकॉर्ड बना लिया है. इस फ़िल्म को हमें ज़बरन इतनी बार दिखाया गया है कि अब ख़ीर वाले सीन में अमिताभ की जगह हम ख़ुद ख़ून की उल्टी मारने लगते हैं. अगर मेरी तरह आपकी भी ये फ़िल्म अब मजबूरन फ़ेवरेट बन चुकी है तो फिर इस इंटरनेट स्पीड के सहारे आप चार हज़ार से ज़्यादा बार अपने लैपटॉप में इसे पलक झपकते ही डाउनलोड मार सकते हैं, वो भी HD में.
5-राहुल गांधी का संपूर्ण टैलेंट
अब तो कान तरस गए हैं कि राहुल बाबा के मुंह से कुछ ढंग का सुने हुए. कभी-कभी तो लगता है कि नीरो बंसी राहुल जी के एंटरटेनमेंट के लिए बजा रहा था. अमा हां, आदमी सारे चुनाव हार गया लेकिन एंटरटेनमेंट में कौनो कमी बाकी नहीं रखिस. नियमित सैर-सपाटे का शौकीन है. 178 टेराबिट्स प्रति सेकेंड की स्पीड से उम्मीद की एक क़िरण नज़र आई है. सोच रहा, बाबू जी को पूरा डाउनलोट करके चेक करूं, आख़िर अंदर कुछ मामला है कि फ़ाइल ही करप्ट है. लेकिन लोगों का कहना है कि इस काम के लिए 2G ही बहुत है, बाकी उनकी फ़नी स्पीचस डाउनलोड करनी हो तो अलग बात है.
6-हिमेश के दीवानें तुरंत यूज़ करें
एक बार आजा आजा आजा आजा आ….जा. एक बार नहीं हज़ारों बार, वो भी एक सेकेंड के अंदर. जी हां. अगर ऑटो रिक्शा में हिमेश रेशमियां के गाने सुन-सुनकर आप भी उनके फ़ैन हो चुके हैं तो फिर ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने सिर्फ़ और सिर्फ़ आपके लिए ही इतनी मेहनत की है. क्योंकि इतनी इंटरनेट स्पीड के साथ आप हज़ारों गानों को सेकेंड भर के अंदर डाउनलोड कर सकते हैं.
7-नेताओं का काला पैसा
दुनिया की पहली ब्लैक होल इमेज तैयार करने में जुटाए गए सारे डाटा को नई इंटरनेट स्पीड के सहारे महज़ एक घंटे से भी कम समय में डाउनलोड किया जा सकता है. ऐसा है तो भइया हम तो एक घंटा नहीं पूरा एक साल दिए, बस हमारे नेताओं का काला पैसा डाउनलोड करके दिखाए. काहे कि गुरू ब्लैक होल से एक बार को रौशनी बाहर आ सकती है, लेकिन नेताओं की जेब से काली कमाई बाहर आना नामुमक़िन.
ख़ैर, आप लोग भी बताइए कि अगर आपको इस तेज़ इंटरनेट से कुछ डाउनलोड करना हो, तो वो क्या होगा?