हम अकसर किसी शहर या समुदाय के हिसाब से वहां के लोगों लिए एक धारणा बना लेते हैं कि वो कंजूस होगा या फ़ेंकू होगा. ऐसी धारणा के पैमाने अब बदल चुके हैं और ये रिसर्च के साथ साबित भी हो चुकी है. रिसर्च में पाया गया है कि iPhone यूज़र्स, एंड्रॉयड यूज़र्स के मुकाबले कम ईमानदार और भरोसेमंद होते हैं. iPhone यूज़र्स Honesty-Humility टेस्ट (पर्सनैलिटी मापने का पयमाना) में एंड्रॉयड यूज़र्स से पीछे हैं. इस टेस्ट में ईमानदारी, सच्चाई, निष्ठा और विनम्रता सब आती है.
University of Lincoln, Lancaster University और The University of Hertfordshire के इस रिसर्च में 500 लोगों से उनके और उनके स्मार्टफ़ोन के प्रति उनके रवैया के बारे में कुछ सवाल पूछे गए थे. रिसर्चर्स ने पाया कि iPhone यूज़र्स, एंड्रॉयड यूज़र्स के मुकाबले अपने फ़ोन को स्टेटस सिंबल की तरह देखते हैं. वो ज़्यादा भावनात्मक और एक्ट्रोवर्ट होते हैं.
एंड्रॉयड यूज़र्स पैसों और स्टेटस सिम्बल में कम रुचि दिखा रहे थे और ज़्यादा ईमानदार और सहमती रखने वाले थे.
ये रिसर्च Cyberpsychology, Behaviour, and Social Networking में छपी थी. इस रिसर्च की बुनियाद पर रिसर्चर्स ने एक कम्प्यूटर प्रोग्राम बनाया, जिसने ये पता लगाया था कि रिपोर्ट के हिसाब से किसके पास कौन सा स्मार्टफ़ोन है. इस प्रोग्राम ने 70 प्रतिशत सही जवाब दिया.