जुगाड़ एक ऐसा शब्द है जिसके मायने सीधे-सीधे आवश्यकता से जुड़े होते हैं. कुछेक शख़्स अपनी मज़बूरी के चलते जुगाड़ को जन्म देते हैं जबकि कुछ लोगों को जुगाड़ की लत लग जाती है. इन प्राणियों को समाज में जुगाड़ू की संज्ञा दी जाती है. इस आर्टिकल में इन जुगाड़ू प्राणियों द्वारा किए गये कारनामे दर्शाये गये हैं.

1. धूप सेक रहे हैं…

2. ये कैसे हो गया भाई?

3. इसको लगाने वाला बचेगा नहीं…

4. कुछ तो शर्म करो मियां

5. नहाने के अलावा यहां कुछ नहीं किया जा सकता

6. सुरक्षा के प्रति सचेत

7. वाह… बस वाह

8. कितने समझदार लोग हैं यहां के… हेंहेहेंहेंहे

9. ये हाथ धोने के लिए नहीं, बल्कि नहाने के लिए है.

10. जूते डालना भूल गया लड़का

11. ये किसकी रक्षा करने के लिए लगाया है?

12. ये मिस्त्री का घर है क्या?

13. जियो बेटे…

14. इसकी आंखें तो माशाअल्लाह!

15. 5 नंबर कहां है दादा?

16. नहाने का पानी भी इसी में उबालते हो क्या?